प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से की 'मन की बात', जानिए बड़ी बातें
Mann ki Baat: आज के कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार! कल माघ पूर्णिमा का पर्व था। माघ का महीना विशेष रूप से नदियों, सरोवरों और जलस्त्रोतों से जुड़ा हुआ माना जाता है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है- “माघे निमग्ना: सलिले सुशीते, विमुक्तपापा: त्रिदिवम् प्रयान्ति।।” अर्थात, माघ महीने में किसी भी पवित्र जलाशय में स्नान को पवित्र माना जाता है।”
नई दिल्ली. पीएम नरेंद्र मोदी आज साल 2021 में दूसरी बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों से संवाद किया। आज के कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार! कल माघ पूर्णिमा का पर्व था। माघ का महीना विशेष रूप से नदियों, सरोवरों और जलस्त्रोतों से जुड़ा हुआ माना जाता है। हमारे शास्त्रों में कहा गया है- “माघे निमग्ना: सलिले सुशीते, विमुक्तपापा: त्रिदिवम् प्रयान्ति।।” अर्थात, माघ महीने में किसी भी पवित्र जलाशय में स्नान को पवित्र माना जाता है।”
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पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि दुनिया के हर समाज में नदी के साथ जुड़ी हुई कोई-न-कोई परम्परा होती ही है। नदी तट पर अनेक सभ्यताएं भी विकसित हुई हैं। हमारी संस्कृति क्योंकि हजारों वर्ष पुरानी है, इसलिए, इसका विस्तार हमारे यहाँ और ज्यादा मिलता है। भारत में कोई ऐसा दिन नहीं होगा जब देश के किसी-न-किसी कोने में पानी से जुड़ा कोई उत्सव न हो। माघ के दिनों में तो लोग अपना घर-परिवार, सुख-सुविधा छोड़कर पूरे महीने नदियों के किनारे कल्पवास करने जाते हैं।
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कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों को हिंदी या अंग्रेजी में अपना संदेश रिकॉर्ड करने के लिए एक टोल-फ्री नंबर भी साझा किया था। जनवरी में 'मन की बात' में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की थी कि वे इस साल देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों और उनके संघर्ष की कहानियों के बारे में लिखें। "मन की बात" राष्ट्र के लिए प्रधानमंत्री का मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जो हर महीने के आखिरी रविवार को प्रसारित होता है। इस कार्यक्रम से जुड़ी हर अपडेट आप हमारे इस पेज पर लाइव अपडेट्स में पढ़ सकते हैं।
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Live updates : Mann ki Baat Live Updates
- February 28, 2021 11:31 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
ओडिशा के सिलू नायक और महगुरु Batallion की कहानी !
“ओडिशा में अराखुड़ा में एक सज्जन हैं – नायक सर | वैसे तो इनका नाम सिलू नायक है, पर सब उन्हें नायक सर ही बुलाते हैं| दरअसल वे Man on a Mission हैं | वह उन युवाओं को मुफ्त में प्रशिक्षित करते हैं, जो सेना में शामिल होना चाहते हैं|”
- पीएम - February 28, 2021 11:27 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
“असम के श्री जादव पायेन्ग को ही देख लीजिये। आप में से कुछ लोग उनके बारे में जरूर जानते होंगे।
अपने कार्यों के लिए उन्हें पद्म सम्मान मिला है ।”- पीएम
- February 28, 2021 11:26 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
“Kaziranga National Park & Tiger Reserve Authority कुछ समय से Annual Waterfowls Census करती आ रही है | इस Census से जल पक्षियों की संख्या का पता चलता है और उनके पसंदीदा Habitat की जानकारी मिलती है |”
- पीएम
- February 28, 2021 11:25 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
यूपी के गढ़मुक्तेश्वर से एक प्रेरणादायक कहानी !
- February 28, 2021 11:22 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
लद्दाख के उरगेन फुत्सौग जी इतनी ऊंचाई पर Organic तरीके से खेती करके करीब 20 फसलें उगा रहे हैं वो भी cyclic तरीके से, यानी वो, एक फसल के waste को, दूसरी फसल में, खाद के तौर पर, इस्तेमाल कर लेते हैं।
-पीएम मोदी
- February 28, 2021 11:21 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
हैदराबाद के चिंतला वेंकट रेड्डी जी , जिन्होंने, गेहूं , चावल की ऐसी प्रजातियों को विकसित की जो खासतौर पर ‘विटामिन-डी’ से युक्त हैं .... इसी महीने उन्हें World Intellectual Property Organization, Geneva से patent भी मिली है। ये हमारी सरकार का सौभाग्य है कि वेंकट रेड्डी जी को पिछले साल पद्मश्री से भी सम्मानित किया था।
-पीएम मोदी
- February 28, 2021 11:18 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
माघ पूर्णिमा के दिन ही संत रविदास जी की जयंती होती है। आज भी, संत रविदास जी के शब्द, उनका ज्ञान, हमारा पथप्रदर्शन करता है। उन्होंने कहा था-
एकै माती के सभ भांडे,सभ का एकौ सिरजनहार।
रविदास व्यापै एकै घट भीतर, सभ कौ एकै घड़ै कुम्हार।।हम सभी एक ही मिट्टी के बर्तन हैं, हम सभी को एक ने ही गढ़ा है।
संत रविदास जी ने समाज में व्याप्त विकृतियों पर हमेशा खुलकर अपनी बात कही। उन्होंने इन विकृतियों को समाज के सामने रखा, उसे सुधारने की राह दिखाई और तभी तो मीरा जी ने कहा था–
‘गुरु मिलिया रैदास, दीन्हीं ज्ञान की गुटकी’।
ये मेरा सौभाग्य है कि मैं संत रविदास जी की जन्मस्थली वाराणसी से जुड़ा हुआ हूँ। संत रविदास जी के जीवन की आध्यात्मिक ऊंचाई को और उनकी ऊर्जा को मैंने उस तीर्थ स्थल में अनुभव किया है। हमें निरंतर अपना कर्म करते रहना चाहिए, फिर फल तो मिलेगा ही मिलेगा, यानी, कर्म से सिद्धि तो होती ही होती है। हमारे युवाओं को एक और बात संत रविदास जी से जरुर सीखनी चाहिए | युवाओं को कोई भी काम करने के लिये, खुद को, पुराने तौर तरीकों में बांधना नहीं चाहिए| आप, अपने जीवन को खुद ही तय करिए|
अपने तौर तरीके भी खुद बनाइए और अपने लक्ष्य भी खुद ही तय करिए। अगर आपका विवेक, आपका आत्मविश्वास मजबूत है तो आपको दुनिया में किसी भी चीज से डरने की जरुरत नहीं है। मैं ऐसा इसलिए कहता हूँ क्योंकि कई बार हमारे युवा एक चली आ रही सोच के दबाव में वो काम नहीं कर पाते, जो करना वाकई उन्हें पसंद होता है। इसलिए आपको कभी भी नया सोचने, नया करने में, संकोच नहीं करना चाहिए। सी तरह, संत रविदास जी ने एक और महत्वपूर्ण सन्देश दिया है ।
ये सन्देश है - ‘अपने पैरों पर खड़ा होना’ ।
हम अपने सपनों के लिये किसी दूसरे पर निर्भर रहें ये बिलकुल ठीक नहीं है। जो जैसा है वो वैसा चलता रहे, रविदास जी कभी भी इसके पक्ष में नहीं थे और आज हम देखते है कि देश का युवा भी इस सोच के पक्ष में बिलकुल नहीं है।
-पीएम मोदी - February 28, 2021 11:12 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
“हम अभी से जुटेंगे, हम पहले से जो rain water harvesting system है उन्हें दुरुस्त करवा लेंगे, गांवो में, तालाबों में, पोखरों की, सफाई करवा लेंगे, जलस्त्रोतों तक जा रहे, पानी के रास्ते की रुकावटें, दूर, कर लेंगे तो ज्यादा से ज्यादा वर्षा जल का संचयन कर पायेंगे।”- पीएम मोदी
- February 28, 2021 11:12 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
साथियों, पानी को लेकर हमें इसी तरह अपनी सामूहिक जिम्मेदारियों को समझना होगा। भारत के ज्यादातर हिस्सों में मई-जून में बारिश शुरू होती है। क्या हम अभी से अपने आसपास के जलस्त्रोतों की सफाई के लिये, वर्षा जल के संचयन के लिये, 100 दिन का कोई अभियान शुरू कर सकते हैं? इसी सोच के साथ अब से कुछ दिन बाद जल शक्ति मंत्रालय द्वारा भी जल शक्ति अभियान – ‘Catch the Rain’ भी शुरू किया जा रहा है। इस अभियान का मूल मन्त्र है – ‘Catch the rain, where it falls, when it falls.’
- पीएम मोदी - February 28, 2021 11:10 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
मध्य प्रदेश के अगरोथा गाँव की बबीता राजपूत जी भी जो कर रही हैं, उससे आप सभी को प्रेरणा मिलेगी। बबीता जी का गांव बुंदेलखंड में है। उनके गांव के पास कभी एक बहुत बड़ी झील थी जो सूख गई थी। उन्होंने गांव की ही दूसरी महिलाओं को साथ लिया और झील तक पानी ले जाने के लिये एक नहर बना दी। इस नहर से बारिश का पानी सीधे झील में जाने लगा। अब ये झील पानी से भरी रहती है।
-पीएम मोदी - February 28, 2021 11:09 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
“साथियो, एक समय था जब गाँव में कुएं, पोखर, इनकी देखभाल, सब मिलकर करते थे, अब ऐसा ही एक प्रयास, तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में हो रहा है। यहाँ स्थानीय लोगों ने अपने कुओं को संरक्षित करने के लिये अभियान चलाया हुआ है ।ये लोग अपने इलाके में वर्षों से बंद पड़े सार्वजनिक कुओं को फिर से जीवित कर रहे हैं।”
- पीएम - February 28, 2021 11:08 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
पानी के संकट को हल करने के लिये एक बहुत ही अच्छा message पश्चिम बंगाल के ‘उत्तर दीनाजपुर’ से सुजीत जी ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को भेजा है। सुजीत जी ने लिखा है कि प्रकृति ने जल के रूप में हमें एक सामूहिक उपहार दिया है इसलिए इसे बचाने की जिम्मेदारी भी सामूहिक है।- पीएम मोदी
- February 28, 2021 7:52 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
आज मन की बात 2.0 का 21वां संस्करण होगा
- February 28, 2021 7:51 AM (IST) Posted by Yashveer Singh
पीएम नरेंद्र मोदी आज करेंगे मन की बात