नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की महिलाओं को दिल्ली मेट्रो में फ्री सफर कराने की स्कीम को दिल्ली मेट्रो के पहले प्रबंध निदेशक ई श्रीधरन ने नुकसानदायक बताया है। उन्होंने इसकी जगह सब्सिडी की राशि सीधे महिलाओं के बैंक खाते में जमा करने का सुझाव दिया है। ‘मेट्रो मैन’ के नाम से विख्यात श्रीधरन ने 10 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर केजरीवाल सरकार के प्रस्ताव पर नाख़ुशी जतायी और इसके लिए मंजूरी न देने को कहा है।
ऐसे में अब ई श्रीधरन की चिट्ठी पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चिट्ठी लिखकर आपत्ति जताते हुए जवाब दिया। सिसोदिया ने श्रीधरन को भेजी अपनी चिट्ठी में कहा है, 'मुझे आश्चर्य के साथ-साथ आपकी चिट्ठी पर दुख भी है, जिसमें आपने मेट्रो में महिलाओं को फ्री यात्रा का खर्च दिल्ली सरकार द्वारा उठाने के प्रस्ताव का विरोध किया है।'
श्रीधरन को लिखी गई चिट्ठी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा है कि दिल्ली मेट्रो अपनी कुल क्षमता का महज 65 फीसदी ही काम कर रही है, जो एक कंपनी की गुणवत्ता और परफॉर्मेंस के लिए बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि मेट्रो का तीसरा चरण पूरा होने के बाद इसकी राइडरशिप प्रतिदिन 40 लाख यात्रियों की होगी लेकिन DMRC के मुताबिक फिलहाल औसतन राइडरशिप 25 लाख है।
मनीष सिसोदिया ने चिट्ठी में दावा है कि दिल्ली सरकार के इस प्रस्ताव के बाद से मेट्रो में महिला यात्रियों की संख्या बढ़ जाएगी और इससे मेट्रो की क्षमता भी 90 फीसदी तक बढ़ जाएगी। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार के प्रस्ताव से DMRC की राइडरशिप सिर्फ 3 लाख यात्री प्रतिदिन बढ़ेगी जबकि मेट्रो की क्षमता 40 लाख यात्रियों की है।
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