नई दिल्ली: कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ ज़िले मंगलुरु से एक बेहद हीं हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां दो मुस्लिम युवकों ने भगवान के श्राप के डर से न केवल अपनी एक गंदी हरकत को स्वीकार किया बल्कि पुलिस के सामने सरेंडर भी कर दिया। मंगलुरु में पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल इन तीनों मुस्लिम युवकों ने कोरागज्जा मंदिर के दानपात्र में आपत्तिजनक चीजें डाल दी थीं। आरोपी अब्दुल रहीम और तौफिक जोकाट्टे के रहने वाले हैं। इन्होंने अपने एक और दोस्त नवाज के साथ मिलकर मंदिर के दानपात्र में आपत्तिजनक चीजें डाली थीं। इसके बाद नवाज की अचानक मौत होने से रहीम और तौफिक डर गए। उन्हें भगवान के श्राप का डर सताने लगा और अनिष्ट की आशंका में उन्होंने पश्चाताप का फैसला किया है।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इस हरकत के कुछ दिनों बाद उनके दोस्त नवाज की तबियत अचानक खराब हो गई और वो खून की उल्टी करने लगा। 32 साल के नवाज़ की तबियत लगातार खराब रहने लगी। इनके मुताबिक नवाज़ ने इन आरोपियों को बताया कि कोरागजा मंदिर में आपत्तिजनक चीजें रखने की वजह से और बाकी गलत काम करने की वजह से ही उसे कोरागजा भगवान का श्राप लग गया। इसके बाद अब्दुल रहीम और तौफिक ने कोरागजा मंदिर के बारे जानना शुरू कर दिया।
चूँकि ये दोनों नवाज़ के साथ ही रहते थे इसीलिए ये परेशान रहने लगे। इसी बीच तौफिक की भी कुछ दिन पहले अचानक तबियत खराब हो गयी। नवाज़ की तरह उसे भी खून की उल्टी हुई जिसके बाद दोनों घबरा गए और पुजारी से मिलकर अपनी गलती कुबूल कर ली और पुलिस में सरेंडर कर दिया। पिछले महीने नवाज़ की मौत हो गयी। नवाज ने कथित तौर पर हरीम और तौफिक को सलाह दी कि वे स्वामी कोरागाज्जा के सामने अपराध स्वीकार कर ले, जिन्हें भगवान शिव का अवतार माना जाता है।
Image Source : India TVकर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ ज़िले मंगलुरु से एक बेहद हीं हैरान करने वाली खबर सामने आई है।
उनकी हरकत से श्रद्धालु बेहद हैरान थे और जिले में तनाव उत्पन्न हो सकता था लेकिन बुधवार रात दोनों आरोपियों ने मंदिर के पुजारी के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एन शशि कुमार ने कहा, ''नवाज भी इस अपिवत्र घटना में शामिल था। कथित तौर पर वह काला जादू भी करने का दावा करता था। जब नवाज बीमार पड़ा तो उसने दोस्तों को अपना अपराध स्वीकार करने की सलाह दी।'' आरोपियों को आईपीसी की धारा 153 (A) के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने घटना के सबूत और सीसीटीवी फुटेज जुटाने शुरू किए हैं।
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