नई दिल्ली: भाजपा सांसद मेनका गांधी ने केरल के पलक्कड जिले में एक गर्भवती हथनी की पटाखों से भरा अनानास खिलाकर निर्मम हत्या करने के मामले पर प्रतिक्रिया दी है। मेनका गांधी ने कहा, "केरल में हर साल तकरीबन 600 हाथी मरते हैं। ये हाथी वहां के हैं भी नहीं। बल्कि ये असम, बिहार, ओडिशा से चोरी से लाए गए हैं। अपने हाथी तो केरल वाले पहले ही मार चुके है और ये पटाखा भी नहीं था क्योंकि पटाखे को आग लगाना पड़ता है। ये एक प्रोफेशनल बम था।"
मेनका गांधी ने कहा, "केरल सरकार कुछ तो करे। ना मंत्री कुछ जानता है, ना सासंद और ना फॉरेस्ट डिपार्टमेंट। जंगली सुअर को मारने के लिए केरल सरकार ने तीन महीने पहले बम बनाने की इजाजत दी। ये सब खेतों में, जंगलों में फैलाए गए। जंगली सुअर को मारने की जरूरत क्या है? जंगली सुअर अक्लमंद हैं, वह सूंघ सकते हैं लेकिन हाथी नहीं और ये बम हथनी के मुंह में डाला गया था।"
उन्होंने कहा, "अगर जानवर को मारना हमारी संस्कृति नहीं है तो इतने जानवर मारे क्यों जाते है?" उन्होंने कहा, "आप और हम दो दिन रोएंगे फिर साईक्लोन आ जाएगा और अटेंशन डाइवर्ट हो जाएगी। कोई सबक नहीं सीखेंगे। राहुल गांधी को कुछ तो बोलना चाहिए। अब वक्त है कि सरकार में आपका हिस्सा है कानून बदले। मंदिर से हाथियों को निकलवाएं, प्राइवेट ओनरशिप बंद करें, बिना लाइसेंस के हाथियों को चलना बंद करें।"
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