नई दिल्ली: दिल्ली के शाहीन बाग में शनिवार को गोलियां चलाने वाले युवक कपिल गुज्जर के परिवार के सदस्यों ने कहा है कि वह कट्टरपंथी नहीं है बल्कि एक सामान्य लड़का है और वह वहां प्रदर्शन के चलते सड़क बंद रहने को लेकर ज्यादा चलने से परेशान था। कपिल ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोध का केंद्र बने यहां शाहीन बाग में हवा में दो गोलियां चलाई। हालांकि, इसमें कोई हताहत नहीं हुआ। वह दिल्ली उत्तर प्रदेश सीमा पर दल्लूपुरा गांव में डेयरी का काम करता है।
शाहीन बाग में सीएए विरोधी प्रदर्शन के चलते दक्षिण दिल्ली को शाहीन बाग से जोड़ने वाला एक मुख्य मार्ग एक महीने से भी अधिक समय से बाधित है। कपिल (25) के चाचा फतेह सिंह ने कहा, ‘‘सामान्य दिनों में बदरपुर डेयरी पहुंचने में दो घंटे लगता है। उसे 10 किलोमीटर सफर करना पड़ता था। लेकिन प्रदर्शन के चलते उसे 35 किलोमीटर की यात्रा करनी पड़ती थी और वह एक बजे रात को घर पहुंचता था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘वह इससे आजिज आ गया था लेकिन इतना भी नहीं कि वह कुछ ऐसा कर जाता।’’
उन्होंने कहा कि इस परिवार का दल्लूपुरा में एक छोटी और बदरपुर में एक बड़ी डेयरी है और कालिंदीकुंज में रोड नंबर 13 के बंद रहने से धंधा प्रभावित हो रहा था। परिवार के सदस्यों ने बताया कि कपिल रिपोर्टर बनना चाहता था। लेकिन उसने बीच में ही कॉलेज की पढ़ाई छोड़ दी और डेयरी के धंधे में लग गया। उन्होंने बताया कि वसंधुरा के एक स्थानीय स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद उसने दिल्ली के आईएमएस कॉलेज में मीडिया कोर्स के लिए दाखिला लिया था।
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