नई दिल्ली: मालेगाव ब्लास्ट में 9 साल के बाद जमानत मिले कर्नल प्रसाद पुरोहित के परिवार का इंतजार खत्म हो गया है। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कर्नल पुरोहित रिहा हो गये हैं। थोड़ी देर पहले सेना के अधिकारी उन्हें लेने के लिए पहुंचे थे। आज पुणे में अपने घर पहुंचेगे। उनका परिवार के साथ उनके पड़ोसी और दोस्त भी बेसबरी से इंतजार कर रहे है। सभी का कहना है उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। वो एक सच्चे देशभक्त है जो देश के खिलाफ कोई काम नही कर सकते। ये भी पढ़ें: ट्रिपल तलाक़ पर सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फ़ैसले के पीछे हैं ये पांच महिलाएं
कर्नल प्रसाद पुरोहित पुणे के पॉश कर्वे नगर इलाकेमें रहते है। उनके पिताजी एक नॅशनल बैंक में अधिकारी थे। उनकी माँ, पत्नी और दो बेटों के साथ इसी बंगले में रहते है। आर्मी में कही पर भी पोस्टिंग हो वो ज्यादातर गणेश महोत्सव में अपने घर आया करते थे। उनकें घर पर कर्नल पुरोहित की करीबी दोस्त डॉ रीतू भी पहुंची। डॉ रितु ने आर्मी में डॉकटर के पद पर काम किया है। उन्होंने कहा किसी आर्मी ऑफिसर के खिलाफ इस प्रकार की साजिश होना काफी गंभीर है। वो इंटेलीजेंस में काम करते थे। वो देशभक्त है। हमे उनका इंतजार है।
-लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित महाराष्ट्रियन ब्राह्मण परिवार से आते हैं
-1994 में चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से पासआउट हुए
-एकेडमी से निकलने के बाद मराठा लाइट इन्फैंट्री में कमीशन मिला
-जम्मू-कश्मीर में बीमार पड़ने के बाद मेडिकल लेवल पर डाउनग्रेड हुए
-बाद में पुरोहित को मिलिट्री इंटेलीजेंस में शिफ्ट किया गया
-इसके बाद नासिक के देवलाली में लाइजन यूनिट ऑफिसर बने
-देवलाली में ही रिटायर्ड मेजर रमेश उपाध्याय के संपर्क में आए
-रमेश उपाध्याय भी इस ब्लास्ट के आरोप में जेल में बंद
-पुरोहित पर सेना से 60 किलो आरडीएक्स चुराने के आरोप लगे
-29 सितंबर 2008 को मालेगांव में धमाका हुआ
-5 नवंबर 2008 को महाराष्ट्र ATS ने गिरफ्तार किया
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