बलिया। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने महाराष्ट्र में भाजपा सरकार द्वारा बहुमत साबित करने का पूर्ण भरोसा जताते हुए अजीत पवार के साथ गठजोड़ के लिए शिवसेना की कथित दगाबाजी और विश्वासघात को जिम्मेदार ठहराया। मौर्य ने बलिया जिले के महेवर गांव में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ नेता रहे दत्तोपंत ठेंगड़ी के जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए शिवसेना पर जमकर निशाना साधा।
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार के साथ सरकार बनाने को लेकर भाजपा और उसके नेतृत्व पर उठ रहे सवालों पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा ने शिवसेना से गठबंधन कर चुनाव लड़ा, जनता ने गठबंधन के पक्ष में आशीर्वाद भी दिया लेकिन शिवसेना ने दगाबाजी व विश्वासघात किया, जिसके परिणामस्वरूप अजीत पवार का साथ लेना पड़ा।
यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा सरकार सदन में अपना बहुमत साबित कर पायेगी, उन्होंने कहा कि उनको पूरा भरोसा है कि भाजपा सरकार बहुमत साबित कर देगी। ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से राम मंदिर के निर्माण में बाधा आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पुनर्विचार याचिका से राम मंदिर निर्माण पर कोई असर नही पड़ेगा।
समान नागरिक संहिता को लागू करने के सवाल पर मौर्य कहा कि भाजपा सरकार ने संसद की कार्ययोजना में समान नागरिक संहिता को शामिल किया है। संसद की रक्षा सलाहकार समिति में आतंकवादी हमले की आरोपी सांसद साध्वी प्रज्ञा जैसे नेताओं को शामिल करने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि केवल मुकदमा दर्ज होने से कोई दागी नही हो जाता।
यह सभी जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं। उप मुख्यमंत्री ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के 2022 में अपने बलबूते चुनाव लड़ने के एलान पर बयान पर कहा कि जब बुआ (मायावती) और बबुआ मिलकर भाजपा को रोक नहीं पाये तो अकेले लड़कर कुछ हासिल नहीं कर सकेंगे। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की जीत होगी।
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