सिवनी: आदिवासियों में प्रचलित झड़ती (धनवर्षा) की पूजा कराकर करोड़पति बनने की चाहत ने वनरक्षक सहित अन्य तीन लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। सिवनी जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के खवासा परिक्षेत्र के वन अमले ने बाघ के नाखून, दांत व बालों से धनवर्षा के लिए बुधवार रात घने जंगल के मंदिर में पूजा करते चार लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में खवासा वन परिक्षेत्र की पुलपुला बीट में पदस्थ वन रक्षक सुनील मर्सकोले भी शामिल हैं।
वन रक्षक सुनील, कंटगी (बालाघाट) से पंडा बुलाकर तीन अन्य ग्रामीणों के साथ करोड़पति बनने के लिए झड़ती (धनवर्षा) पूजा करवा रहा था। भनक लगते ही कुरई एसडीओ सहित खलासा परिक्षेत्र के अमले ने रिड्डी टेक मार्ग में नदी से करीब दो किमी अंदर घने जंगल में स्थित मंदिर में दबिश देकर चारों को गिरफ्तार कर लिया है। कार्रवाई के दौरान पंडा मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है। सिवनी वनक्षेत्र के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) आरएस कोरी ने शुक्रवार को बताया कि वन विभाग ने बाघ का एक दांत, दो नाखून व आठ नग मूंछ के बाल मौके से जब्त किए हैं।
वनरक्षक सुनील मर्सकोले ने पूछताछ में बाघ के अवशेष जंगल में गश्ती के दौरान एक कपड़े में बंधे मिलने की बात कही है। इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को देने के बजाय वनरक्षक ने बाघ के अवशेष अपने पास रख लिए ताकि वह झड़ती पूजा करवा सके। कोरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में सिल्लारी गांव के खेमराज सलामे व रामकिशोर सलामे (दोनों चाचा-भतीजा हैं रिश्ते में) और पिंडरई गांव निवासी राजू बरकड़े शामिल है। तीनों आपस में रिश्तेदार हैं। झड़ती पूजा कराने आरोपियों ने बालाघाट कटंगी से पंडा बुलाया था। मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को शुक्रवार को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया है जबकि वनरक्षक सुनील को निलंबित करने की कार्रवाई की जा रही है।
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