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Hindi News भारत राष्ट्रीय ...जब हाथों में तलवार लिए घोड़ी पर बैठी दुल्हनें, खंडवा में दो बहनों की निकली अनोखी बारात

...जब हाथों में तलवार लिए घोड़ी पर बैठी दुल्हनें, खंडवा में दो बहनों की निकली अनोखी बारात

मध्य प्रदेश के खंडवा में सामाजिक मान्यताओं से इतर बारात किसी दूल्हे ने नहीं बल्कि दुल्हनों ने निकाली वह भी घोड़े पर सवार होकर हाथों में तलवार लिए हुए।

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खंडवा (मध्य प्रदेश): अमूमन आपने बारात में घोड़ों पर तलवार लिए दूल्हों को सवार होकर व किसी बारात को निकलते हुए देखा होगा लेकिन मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में दो बहनों की ऐसी बारात निकली कि पूरा खंडवा इन अनोखी दुल्हनों को देखकर दंग रह गया। दरअसल सामाजिक मान्यताओं से इतर बारात किसी दूल्हे ने नहीं बल्कि दुल्हनों ने निकाली वह भी घोड़े पर सवार होकर हाथों में तलवार लिए हुए।

ये दुल्हनें न सिर्फ घोड़ी पर सवार होकर अपनी बारात दूल्हे के घर ले गई बल्कि इनकी शादी का पूरा आयोजन ही सामाजिक संदेशों से भरा रहा। दुल्हन के परिवार ने पर्यावरण  को बचाने और स्वछता रखने के लिए रुमाल पर आमंत्रण पत्र छपवाया तो दूल्हे ने भी आधार कार्ड की तरह आमंत्रण पत्र छपवा कर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का सन्देश दिया।

दरअसल हाथ में झांसी की रानी की तरह तलवार लहराती खंडवा की रहने वाली दो बहनों साक्षी और सृष्टि ने अनोखी बारात निकाली। दोनों दुल्हन बन घोड़ी पर सवार होकर दूल्हे वालों के यहां बारात लेकर पहुंची। ज्यादातर समाज में लड़को की ही बारात घोड़ी पर सवार होकर गाजे बाजे के साथ नाचते झूमते देखते है लेकिन पाटीदार समाज में लड़कियों की बारात भी धूमधाम से निकाली जाती हैं। पाटीदार समाज की ये परम्परा बरसों पुरानी है जो आज भी निभाई जाती है।

देखिए वीडियो-

साक्षी और सृष्टि की बारात भी बड़ी धूमधाम से निकली जिसमे बैंड बाजे के साथ नाचते झूमते दिखे बाराती। हाथ में तलवार लिए, सर पर साफा बांध घोड़ी पर सवार साक्षी और सृष्टि  भी किसी रानी से कम नही लग रही थी। साक्षी पाटीदार ने इंडिया टीवी को बताया कि पाटीदार समाज में बरसों पहले से लड़कियों को भी लड़कों के बराबर दर्जा दिया जाता है और हमारे समाज में लड़कियां ही घोड़े पर बैठकर बारात निकालती है। मेरे पिता ने शुरू से ही मुझे पढ़ाया लिखाया इस काबिल बनाया कि अपने पैरों पर खड़ी हो पाऊं।

इस शादी की खास बात यह भी रही कि शादी में जो निमंत्रण पत्र बांटा गया था उसमें पेपर का इस्तेमाल नहीं किया गया। पेपर बचाने के लिए निमंत्रण पत्र रुमाल पर प्रिंट  कराया गया। पर्यावरण का संदेश देने के उद्देश्य से बांटे गए इस निमंत्रण पत्र को लेकर भी यह शादी काफी चर्चाओं में है। इधर साक्षी के दूल्हे ने भी आधार कार्ड को बढ़ावा देने के लिए आधार कार्ड की तरह कार्ड छपवाया। कार्ड के पीछे स्वछता का संदेश देते हुए स्वच्छ भारत का लोगो और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे संदेश भी लिखे।

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