इंदौर: मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को कल 25 सितंबर से अपनी हाजिरी एक जीपीएस आधारित एंड्राइड मोबाइल ऐप्लिेकेशन से दर्ज करानी होगी। सरकारी स्कूलों में काम के दौरान शिक्षकों के गायब रहने की प्रवृत्ति पर रोक लगाने के लिये यह स्मार्ट प्रयोग पिछले साल इंदौर संभाग में शुरू किया गया था जिसे अब पूरे सूबे में अपनाया जा रहा है। प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री दीपक जोशी ने कहा, हमें भरोसा है कि एम शिक्षा मित्र नाम के इस मोबाइल ऐप्लिेकशन से हम सूबे के सरकारी स्कूलों में तय समय पर शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कर सकेंगे। इससे स्कूल समय पर खुलेंगे और बंद होंगे। नतीजतन शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
चंद शिक्षक संगठनों द्वारा इस मोबाइल ऐप्लिेकेशन के जरिए ई..हाजिरी की नई व्यवस्था के विरोध के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा, इस मोबाइल ऐप्लिेेकशन से शिक्षकों को 12 तरह की सुविधाएं मिलेंगी जिससे उनका समय और उर्जा बचेगी। इस ऐप्लिेकेकशन के जरिये शिक्षकों को उनके स्मार्ट फोन पर वेतन पर्ची, अन्य जरूरी दस्तावेज और विभागीय सूचनाएं मिल सकेंगी। इसके जरिये वे अपनी छुट्टी की अर्जी भेजकर इसे ऑनलाइन मंजूर भी करा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले दिनों आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी और कुछ राज्यों के शिक्षा मंत्री भी इस मोबाइल ऐप्लिकेशन की तारीफ कर चुके हैं।
इंदौर संभाग के आयुक्त संजय दुबे की अगुवाई में प्रशासन ने स्कूली शिक्षकों की ई..हाजिरी के लिए पिछले साल एक जीपीएस आधारित विशेष एंड्राइड मोबाइल ऐप्लिेकेशन विकसित कराया था। दुबे ने बताया कि इंदौर संभाग में लगभग 100 प्रतिशत स्कूली शिक्षक इस मोबाइल ऐप्लिकेशन के जरिये ई..हाजिरी के प्रयोग से जुड़ गए हैं। उन्होंने दावा किया कि इंदौर संभाग में शिक्षकों द्वारा इस मोबाइल ऐप्लिेकेशन के प्रयोग के बाद सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधरी है।
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