Video: इन घरों में रहेंगे चुनाव जीतकर आए नये सांसद, अंदर से देखिए कितने शानदार हैं ये डुप्लेक्स
सत्रहवीं लोकसभा के लिये चुन कर आये लगभग 200 नये सांसदों को आवास सुविधा के लिये अब लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। सांसदों के लिये लुटियन दिल्ली स्थित नॉर्थ एवं साउथ एवेन्यू में नये घरों का इंतजाम कर लिया है।
नयी दिल्ली। सत्रहवीं लोकसभा के लिये चुन कर आये लगभग 200 नये सांसदों को आवास सुविधा के लिये अब लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने पहली बार चुन कर आये सांसदों के लिये लुटियन दिल्ली स्थित नॉर्थ एवं साउथ एवेन्यू में नये घरों का इंतजाम कर लिया है। इसके लिये केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग ने परियोजना के पहले चरण में नार्थ एवेन्यू में आवास बना कर इन्हें संपदा विभाग को नये सांसदों को आवंटन हेतु सौंप दिया है।
परियोजना के अगले चरण में साउथ एवेन्यू में भी घर बनाये जायेंगे। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि नॉर्थ एवेन्यू में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 36 नये डुप्लेक्स घर आवंटन के लिये तैयार हैं। उन्होंने बताया कि सात कमरों वाले प्रत्येक घर में संसद सदस्य को अपने कार्यालय के संचालन की भी जगह दी गयी है। पूरी तरह से हरित भवन तकनीकी पर आधारित इन घरों में सौर ऊर्जा से बिजली की अधिकतर जरूरत पूरी की जायेगी।
प्रत्येक घर में वाहन के लिये भूमिगत पार्किंग की भी सुविधा है जिससे सांसदों के घर के आसपास वाहनों की वजह से पैदल रास्ते अवरुद्ध न हों। दो वाहनों की पार्किंग सुविधा के साथ प्रत्येक घर में पार्किंग स्थल से भूतल और पहली मंजिल पर जाने के लिये लिफ्ट की भी व्यवस्था है। परियोजना के तहत कुल 180 डुप्लेक्स घर बनाने का लक्ष्य है। यह काम चरणबद्ध तरीके से होगा। पहले चरण में बने 36 घरों के आवंटन के साथ नॉर्थ और साउथ एवेन्यू में पहले से मौजूद सांसद आवास भी फिलहाल आवंटित किये जायेंगे।
नये घरों के निर्माण के साथ ही, पुराने आवास में रह रहे सांसदों को नये आवास आवंटित होंगे। उल्लेखनीय है कि प्रत्येक सांसद को दिल्ली में सरकारी आवास की सुविधा मिलती है। लुटियन दिल्ली में मौजूद टाइप आठ और टाइप सात श्रेणी के बंगले, केन्द्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ सांसदों को आवंटित होते हैं। जबकि पहली चुन कर आये सांसदों के लिये नॉर्थ और साउथ एवेन्यू में पांच कमरे वाले फ्लैट मौजूद हैं। इनमें जगह की कमी और पार्किंग आदि की समस्यायें 2014 में सामने आने के बाद तत्कालीन आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री एम वेंकैया नायडू ने सांसदों के लिये नये आवास बनाने की परियोजना को हरी झंडी दी थी।
लगभग 450 वर्ग मीटर क्षेत्र में बने नये घरों में चार बेडरूम, दो ऑफिस रूम और एक बैठक सहित सात कमरे हैं। घर के आगे और पीछे बागवानी के लिये जगह छोड़ी गयी है। बेसमेंट में पार्किंग के साथ ही सांसद के वाहन चालक के लिये भी एक कमरा बनाया गया है। प्रत्येक घर में इंटरनेट और पीएनजी गैस कनेक्शन की सुविधा भी है। नवनिर्मित आवासीय परिसर अगले सौ साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। तीन ब्लॉक वाले आवासीय परिसर के प्रत्येक ब्लॉक में 12 डुप्लेक्स घर बनाये गये हैं। इनकी भूमिगत पार्किंग के जरिये एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में जाया जा सकता है।