नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित ने लगभग 9 साल बाद अपने बदन पर सेना की वर्दी पहनी। कर्नल पुरोहित की फोटो सामने आई है जिसमें वो मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। पुरोहित मालेगांव ब्लास्ट में 8 साल 9 महीने की सजा काटने के बाद जेल से छूटे थे।
सुप्रीम कोर्ट से जमानत पर छूटने के बाद कर्नल पुरोहित को सेना ने बहाल कर दिया था, इसलिए जेल से रिहा होने के बाद वो तुरंत अपनी ड्यूटी पर गए। लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित 24 तारीख को ही मुंबई की जेल से रिहा हुए थे। इससे पहले ब्लास्ट केस में गिरफ्तारी के बाद सेना ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था।
बता दें कि महाराष्ट्र के मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को हुए ब्लास्ट में सात लोगों की मौत हो गई थी। इस दौरान हमीदिया मस्जिद के पास रखी बाइक में धमाका हुआ था। इसी केस में एक अन्य आरोपी साध्वी प्रज्ञा को भी बेल मिल चुकी है।
पहले मालेगांव ब्लास्ट की जांच महाराष्ट्र एटीएस के पास थी बाद में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को मामले की जांच सौंपी गई। कर्नल पुरोहित 8 साल 9 महीने तक जेल में बंद रहे। सुप्रीम कोर्ट में याचिका से पहले बॉम्बे हाई कोर्ट ने उनकी अपील खारिज कर दी थी। पुरोहित पर धमाकों के लिए बम सप्लाई का आरोप है। कर्नल पुरोहित को सुप्रीम कोर्ट से सशर्त जमानत मिली है। कोर्ट की मंजूरी के बिना वे देश नहीं छोड़ सकते हैं।
Latest India News