चेन्नई: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के प्रतिष्ठित लोयोला कॉलेज में एक प्रदर्शनी के दौरान कुछ पेंटिंग्स को लेकर विवाद हो गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉलेज की इस प्रदर्शनी में कुछ पेंटिंग्स को लेकर सोमवार को हिंदूवादी संगठनों और भारतीय जनता पार्टी ने आपत्ति जताई थी। वहीं, भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कई नेताओं ने इस कार्यक्रम की निंदा करते हुए 94 साल पुराने कॉलेज के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी। मामले पर विवाद बढ़ता देख कॉलेज ने इन पेंटिंग्स को हटा लिया है और इसके लिए माफी भी मांगी है।
इन पेंटिंग्स में हिन्दू धर्म से जुड़े प्रतीक चिह्नों को कथित रूप से गलत तरीके से पेश किया गया था। बताया जा रहा है कि इन पेंटिंग्स में भाजपा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी गलत रूप में चित्रित किया गया था। इसपर माफी मांगते हुए कॉलेज ने कहा कि उन पेंटिंग को हटा लिया गया है। पेंटिंग में त्रिशूल को गलत रूप में दिखाने का भारतीय जनता पार्टी और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों ने विरोध किया था। वहीं, एक पेंटिंग में भारतमाता को ‘मीटू’ पीड़िता के रूप में दिखाया गया था।
लोयोला कॉलेज की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘हम अपनी चूक को स्वीकार करते हैं और इससे जो कष्ट पहुंचा है उसके लिए ईमानदारी से माफी मांगते हैं। हमें बेहद दुख और कष्ट है कि 19 और 20 जनवरी 2019 को आयोजित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम वीथी विरुधु विजा का एक विशेष धार्मिक समूह, सामाजिक संस्था, राजनीतिक दल और देश के नेतृत्व के खिलाफ प्रदर्शन के लिए दुरुपयोग किया गया।’
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