26 साल बाद पाकिस्तान की 'टिड्डी सेना' का भारत पर हमला, राजस्थान के जैसलमेर में बोला धावा
पाकिस्तान से 15 करोड़ आसमानी घुसपैठियों ने हिंदुस्तान में डेरा डाल लिया है जिनके हमले से राजस्थान के सरहदी इलाकों में खलबली मच गई है। खौफ का आलम ये है कि 270 किलोमीटर की रेंज में अलर्ट जारी कर दिया गया है और पिछले 48 घंटों से एक-एक गांव में जाकर इनकी तलाशी हो रही है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान से 15 करोड़ आसमानी घुसपैठियों ने हिंदुस्तान में डेरा डाल लिया है जिनके हमले से राजस्थान के सरहदी इलाकों में खलबली मच गई है। इन घुसपैठियों के निशाने पर है हिंदुस्तान का बेशकीमती खजाना और खतरे में हैं देश के सैकड़ों किसानों की हजारों एकड़ में खड़ी फसल। पाकिस्तान से हिंदुस्तान की सीमा में दाखिल हुई ये एक नई सेना है। इनके पास ना तो तोप और बंदूक है और ना ही गोला-बारुद लेकिन इनके खौफ का आलम ये है कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बॉर्डर पर सनसनी मची हुई है।
खौफ का आलम ये है कि 270 किलोमीटर की रेंज में अलर्ट जारी कर दिया गया है और पिछले 48 घंटों से एक-एक गांव में जाकर इनकी तलाशी हो रही है। हम बात कर रहे हैं 'टिड्डी सेना' की। पाकिस्तान के रास्ते हिंदुस्तान की सरहद में दाखिल हुए इन टिड्डियों की फितरत ही कुछ ऐसी है कि राजस्थान के सरहदी इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है। इनके हवाई आक्रमण की आशंका ने किसानों में कोहराम मचा रखा है।
किसानों के खौफ की एक वाजिब वजह है। दरअसल सीमा पार से हिंदुस्तान आया ये टिड्डी दल जहां भी जाता है उस इलाके को वीरान बना देता है। लहलहाती फसलों को चट्ट कर जाता है। सामने जो कुछ भी हरा भरा दिखता है उसका नाम-ओ-निशान तक मिटा देता है इसीलिए इनकी मौजूदगी से बॉर्डर पर बसे किसान हलकान हैं, प्रशासन परेशान है और इनसे पार पाने की हर मुमकिन कोशिश की जा रही है।
पाकिस्तान से आए टिड्डी दल ने राजस्थान के जैसलमेर में आतंक मचा रखा है। सरहद पार कर जैसलमेर पहुंचे इस टिड्डी दल ने चंद घंटों में ही 15 किलोमीटर तक के इलाके को अपने कब्जे में ले रखा है। चिंता की बात ये है कि इन टिड्डियों के दल का भारतीय सीमा में आने का सिलसिला लगातार जारी है। बता दें कि वयस्क टिड्डी झुंड एक दिन में 150 किमी तक हवा के साथ उड़ सकता है। टिड्डी हर दिन अपने वजन जितना ताजा खाना खाता है। एक अनुमान के अनुसार एक बहुत छोटा झुंड एक दिन में करीब 35,000 लोगों का खाना खा जाता है।
यही वजह है कि किसानों को अपनी फसलों को लेकर चिंता सता रही है। हालांकि जमीन से छिड़काव कर इस आसमानी आफत से पार पाने की कोशिश जारी है लेकिन इनकी करीब 15 करोड़ की तादाद हालात को बेकाबू बना रखा है। करोड़ों की तादाद में टिड्डियों के मुवमेंट से राजस्थान के कृषि विभाग के अधिकारियों के माथे पर भी बल पड़ने लगा है क्योंकि जितनी टिड्डियों को रोज मारा जा रहा है उससे कहीं ज्यादा टिड्डियां पाकिस्तान से देश में दाखिल हो जा रही हैं।
तेज हवा के चलते इन टिड्डी दलों पर काबू नहीं हो पा रहा है। स्प्रे के वक्त तेज हवा के चलते ज्यादातर टिड्डियां हवा में कई झुंड बना कर उड़ जाती है जिसके चलते छिड़काव का असर उतना नहीं हो पा रहा जितना होना चाहिए। पाकिस्तान से आए इन टिड्डी दलों ने पूरे 26 साल बाद इतना बड़ा हमला किया है। दरअसल ये टिड्डी दल खाड़ी देशों से चल कर पाकिस्तान पहुंचते हैं और फिर पाकिस्तान के रास्ते भारत पहुंच तक भारी तबाही मचाते हैं।
मतलब साफ है कि खाड़ी देशों से आने वाले इस टिड्डी दलों को तमाम देशों की सरहदें भी नहीं रोक पाती। मानसूनी हवाओं के सहारे ये बिना किसी रोक-टोक के हरे-भरे खेतों को अपना निशाना बनाते हैं और जब तक इन पर काबू पाया जाता है हजारों एकड़ की फसल लील जाते हैं। हालांकि अब तक किसी नुकसान की खबर नहीं मिली है लेकिन वक्त रहते इन टिड्डियों के आवग को अगर नहीं रोका गया तो किसानों के लिए मुश्किल का सबब जरुर बन सकते हैं।