बेगूसराय (बिहार): कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 25 मार्च से 14 अप्रैल तक 21 दिनों के लिए देश में लॉकडाउन को लागू किया गया है। इस लॉकडाउन का आज दूसरा दिन है। प्रधानमंत्री ने इसका ऐलान करते हुआ कहा था कि इसे कर्फ्यू जैसा ही माना जाए। लॉकडाउन के दौरान किसी को भी बिना जरूरत के घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है। सभी से घर में रहने की अपील की गई है। ऐसे में जिनके घर में शादी है, वो क्या करें? क्योंकि, शादी में तो सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना मुश्किल है।
इस मुश्किल का हल बिहार के बेगूसराय में ऑनलाइन शादी के तौर पर निकाला गया। यहां दो सगी बहनों का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए निकाह कराया गया। लॉकडाउन के दौरान इस तरह से निकाह करना लोगों के बीच चर्चा का कारण बन गया है। यह निकाह पूरी तरह से मौलवी की उपस्थिति में हुआ। मौलवियों ने लैपटॉप पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से दोनों युवतियों का निकाह कराया। निकाह की सभी सस्में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पर ही की गईं।
दरअसल, छोटी बलिया मिदहटोली के रहने वाले मोहम्मद वली अहमद कुरैशी की दो बेटियों- नगमा परवीन और राहत परवीन का 25 मार्च को निकाग तय था। लेकिन, इसी बीच कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान कर दिया। ऐसे में इन्होंने लॉकडाउन का समर्थन करते हुए निकाह करने का हल ऑनलाइन शादी के तौर पर निकाला और तय दिन पर ही शादी की।
लड़का और लड़की पक्ष ने मिलकर ऑनलाइन शादी का फैसला किया। मोहम्मद वली अहमद कुरैशी की बड़ी बेटी नगमा परवीन की शादी नालंदा जिले के रहने वाले शमशाद से कराई गई जबकि दूसरी बेटी राहत परवीन की शादी गया जिले के शाहनवाज आलम के साथ कराई गई।
Latest India News