पणजी: गोवा में चर्च और मस्जिदों को कुछ और समय के लिए बंद रखा जाएगा, हालांकि राज्य सरकार ने लॉकडाउन में रियायतों के तहत सोमवार से धार्मिक स्थानों को फिर से खोले जाने की अनुमति दे दी है। मंदिर समितियों ने श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोले जाने को लेकर अभी निर्णय नहीं किया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को कहा था कि राज्य के धार्मिक स्थल सोमवार से खुल सकेंगे लेकिन देश में कोविड-19 प्रकोप के मद्देनजर उनमें कोई भी सामाजिक जुटान वाली गतिविधि नहीं होगी।
बता दें कि गोवा में शनिवार तक कोविड-19 के 267 मामले थे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार इनमें से 202 लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं। गोवा चर्च के एक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए गिरजाघरों को सोमवार से नहीं खोला जा सकता और वे इस पर फैसला लेने के लिए कुछ और समय तक प्रतीक्षा करेंगे।
सामाजिक संचार मीडिया के लिए डायोसीस सेंटर के निदेशक फादर बैरी कोर्दाजो ने एक बयान में कहा, ‘हम अपने पादरियों एवं उपासकों को सूचित करना चाहते हैं कि हम राज्य में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हुई स्थितियों का महत्वपूर्ण आकलन कर रहे हैं। इसलिए हम अपने प्रार्थना स्थलों को कल से खोलने की घोषणा करने की स्थिति में नहीं हैं।’
उन्होंने कहा कि जब हम इन स्थलों को विवेक, सतर्कता और सावधानीपूर्वक खोलने का फैसला लेंगे तो वह राज्य सरकार की ओर से जारी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुरूप होगा। राज्य में ईसाइयों की आबादी 30 प्रतिशत है और यहां के सभी चर्च मार्च में लॉकडाउन लागू होने के बाद से बंद हैं। कई पादरी तब से ऑनलाइन ही प्रार्थना सभाओं का आयोजन कर रहे हैं।
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