नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार रात हल्की बारिश हुई। इससे तापमान में गिरावट आई लेकिन हवा की गुणवत्ता में ज्यादा सुधार नहीं हुआ है। बुधवार सुबह दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' स्तर पर रही। दिल्ली की हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 329 और पीएम 10 का स्तर 289 दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने भी भविष्यवाणी की थी कि दिल्ली एनसीआर में बारिश के कारण वायु प्रदूषण में रोक लगेगी।
मंगलवार को हुई बारिश के कारण विजिबिलिटी साफ हो गई। मौसम साफ हो जाने से लोगों ने राहत की सांस ली। मंगलवार को दिल्ली की हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' स्तर पर थी। वायु गुणवत्ता सूचकांक में शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को 'अच्छा', 51 से 100 तक 'संतोषजनक', 101 से 200 तक 'सामान्य', 201 से 300 तक 'खराब', 301 से 400 तक 'बहुत खराब' और 401 से 500 के स्तर को 'गंभीर' श्रेणी में रखा जाता है।
इससे पहले उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त ईपीसीए ने चेतावनी दी थी कि यदि वायु गुणवत्ता का खराब होना जारी रहा तो वह गैर सीएनजी वाणिज्यिक एवं निजी वाहनों पर भी पूर्ण रोक लगा देगा। पर्यावरण संरक्षण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) अध्यक्ष भूरे लाल ने दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में कहा कि वाहन स्टीकर लागू नहीं किये गये हैं और इसके बिना डीजल और अन्य ईंधन वाले वाहनों के बीच अंतर करना संभव नहीं है।
लाल ने एक पत्र में कहा, ‘‘ऐसी परिस्थिति में जब मौसम प्रतिकूल बना हुआ है और वायु गुणवत्ता की वर्तमान स्थिति बहुत खराब और गंभीर श्रेणी में बनी हुई है तब सीएनजी पर चलने वाले वाहनों को छोड़कर निजी और वाणिज्यिक वाहनों के चलने पर पूर्ण रोक का निर्देश देने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।’’
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