शिमला। हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण अवरुद्ध हुई सड़कों से बर्फ हटाने के लिए आधुनिक उपकरणों के अभाव से हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में जनजीवन प्रभावित हो गया है। राज्य में तीन दिन पहले भारी बर्फबारी के चलते बिजली एवं पानी की आपूर्ति ठप पड़ी है। हिमाचल प्रदेश सरकार के पास सड़कों पर जमी बर्फ को हटाने के लिए एक भी मशीन नहीं है।
मुख्य सचिव अनिल कुमार खाची ने अत्याधुनिक उपकरण नहीं होने की बात स्वीकारते हुए पीटीआई-भाषा से कहा कि राज्य प्रशासन के पास अगली सर्दियों तक ऐसी मशीनें उपलब्ध हो जाएंगी। प्रदेश में बुधवार को हुई बर्फबारी के बाद से पर्वतीय क्षेत्र के मध्यम एवं ऊपरी पहाड़ी इलाकों के कई हिस्सों में पानी एवं बिजली की आपूर्ति ठप पड़ी है।
एसडीएमए के निदेशक सह विशेष सचिव (राजस्व) डी सी राणा ने कहा कि पानी एवं बिजली की आपूर्ति जल्द बहाल कर ली जाएगी। सड़कों से बर्फ हटाने के लिए 381 क्रेन, 16 बुलडोजर और 43 टिपर ट्रकों को काम पर लगाया गया है लेकिन वे सड़कों को पूरी तरह से साफ नहीं कर पा रहे हैं और कई मार्ग अब भी बाधित हैं
राज्य आपदा प्रबंधन अधिकरण (एसडीएमए) के अधिकारी द्वारा शुक्रवार शाम को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के मुताबिक शिमला क्षेत्र की 642 सड़कों समेत विभिन्न हिस्सों की करीब 835 सड़कें मोटरचालकों के लिए बंद हैं। खाची ने कहा, “व्यक्ति और मशीन दोनों काम पर लगे हुए हैं लेकिन बर्फ को तत्काल साफ करना आसान नहीं है क्योंकि हमारी कुछ सीमाएं हैं जिसकी वजह से इसमें वक्त लगता है।”
शिमला में बर्फ से ढकी सड़क पर फिसलने के बाद शुक्रवार की शाम एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई। सूत्रों ने बताया कि इसके अलावा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के आधिकारिक निवास के बाहर सड़क पर कई लोगों को फिसलते हुए देखा गया। मुख्य सचिव ने लोगों से सड़कों पर चलते वक्त सावधान रहने की अपील की है।
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