नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने जोर देकर कहा है कि वर्चुअल (वीडियो कॉन्फ्रेंस) सुनवाई के दौरान न्यूनतम न्यायालय शिष्टाचार बनाए रखे जाने चाहिए। अदालत ने यह टिप्पणी इसलिए की, क्योंकि एक वकील सुनवाई के दौरान टी-शर्ट पहने हुए बिस्तर पर लेटे दिखाई दिए। न्यायमूर्ति एस. रविंद्र भट ने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मुकदमों की सुनवाई में शामिल हो रहे वकील कम से कम पेशी के अनुरूप दिखने चाहिए। उन्होंने कहा कि अदालत को ऐसी तस्वीरें दिखाने से बचना चाहिए, जो किसी भी लिहाज से उपयुक्त नहीं हैं।
अदालत ने कहा कि ऐसी तस्वीरें उनके घरों की निजता के दायरे में ही सहन की जा सकती हैं, मगर सुनवाई के दौरान अदालत के आदशरें और शिष्टाचार का अनुपालन किया जाना चाहिए। न्यायाधीश ने नाखुशी व्यक्त करते हुए कहा कि एक वकील को सुनवाई की सार्वजनिक प्रकृति को देखते हुए सही ढंग से कपड़े पहनने चाहिए।
हाल के दिनों में शीर्ष अदालत कोविड-19 महामारी के कारण वीडियो लिंक के माध्यम से सुनवाई कर रही है। वकील के टी-शर्ट पहनकर सुनवाई में शामिल होने की यह घटना रेवाड़ी (हरियाणा) की एक पारिवारिक अदालत में लंबित मामले को बिहार के जहानाबाद की अदालत में स्थानांतरित करने का अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई के दौरान घटी।
हालांकि वकील ने अपने इस व्यवहार के लिए अदालत से मांफी मांगी, जिसके बाद न्यायमूर्ति एस. रविंद्र भट ने उनकी गुजारिश स्वीकार करते हुए उन्हें माफ कर दिया।
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