जयपुर। राजस्थान की गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था दंगाईयो के आगे दम तोड़ती नजर आ रही है। जनता की सुरक्षा का दम भरने वाली जयपुर पुलिस उपद्रवियो के आगे लाचार दिखने लगी है। बीते 3 दिन के दौरान जयपुर में तीन जगहों पर दंगाइयों का आतंक देखने को मिला है। तीन दिन गुजरने के बाद भी न तो सरकार को समझ मे आ रहा है और न ही पुलिस को कि आखिर कैसे गुलाबी नगरी के गलता गेट, ईदगाह, गंगापोल और परकोटे इलाके मे कैसे शांति व्यवस्था बहाल करे और लोगो को सुरक्षित महसूस करा सके।
11 अगस्त को दोपहर 2 बजे चार दरवाजा सुभाष चौक पर शिव भक्त कांवड़िये जलाभिषेक और मन्दिर मे झंडा फहराने के लिेय पहुंचे तो इलाके मे रहने वाले समुदाय विशेष के लोगो से कहासुनी शुरु हो गयी। मामले ने तूल पकड़ा और दो समुदाय के लोग एक दूसरे पर पत्थरबाजी करने लगे। हालांकि पुलिस ने समय रहते दोनो पक्षों को समझा बुझाकर मामला शांत किया।
12 अगस्त रात के 10 बजे से 2 बजे के दौरान गलता गेट ईदगाह इलाके से लगे हाइवे से गुजने वाले वाहनों पर अचानक पत्थर बरसने लगे और लोग हाथो मे लाठी डंडे लिये हुये लोग नाम पूछ पूछकर लोगो की पिटाई करने लगे। थोड़ी ही देर मे मामला इतना बढा कि गाड़ियो को आग के हवाले कर दिया। एक बार फिर से जयपुर पुलिस को माहौल शांत करने के लिए कई घंटे लगे।
13 अगस्त को रात के 1.30 गंगापोल परकोटा इलाके में एक समुदाय के लोग पहुंचे और गाड़ियो पर ताबड़तोड़ वार शुरु कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस पर भी पथराव किया गया। पुलिस को बड़ी मुश्किल से हालात काबू में करने पड़े।
डीजीपी राजस्थान भूपेन्द्र यादव का कहना है ये महज अफवाहो का दौर है और हालात काबु मे है। 15 थाना क्षेत्रो मे इंटरनेट सेवा बन्द की हुई है और धारा 144 लागु कर दी गयी है।
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