नई दिल्ली: चीन में आए भूस्खलन की वजह से नीचे की तरफ ब्रह्मपुत्र नदी के पानी का प्रवाह प्रभावित हो गया है जिसकी वजह से अब भारत के लिए खतरा उत्पन्न हो गया है। चीन में 16 अक्टूबर को आए भूस्खलन की वजह से ब्रह्मपुत्र के प्रवाह में यह अवरोध मिलिन सेक्शन के पास आया है। इस भूस्खलन की वजह से नदी के बहाव पर डैम की तरह का बैरियर बन गया है।
चीन के मुताबिक मेनलिंग काउंटी में एक गांव के पास हुए इस भूस्खलन के बाद झील के पानी के स्तर में 40 मीटर का इजाफा हुआ है। यह झील भी अब भारत के लिए खतरा बनी हुई है। अरुणाचल प्रदेश में सियांग जिले के डीएम ने बताया है कि नदी में पानी का स्तर काफी तेजी से नीचे गिरा है और जब चीन की तरफ से ब्लॉकेज को साफ किया जाएगा तो नदी के जल स्तर में अप्रत्याशित वृद्धि से तबाही भी आ सकती है।
अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम सियांग जिला प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर आम नागरिकों को नदी के क्षेत्र से दूर रहने, खासकर मछली पकड़ते समय बहुत एहतियात बरतने की सलाह दी है क्योंकि अगर चीन ने पानी छोड़ा तो बाढ़ आ सकती है। ये नदी जब अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है तो इसे सियांग के नाम से पुकारा जाता है। आगे चलकर असम में ये ब्रह्मपुत्र के नाम से पहचानी जाती है।
चीन में रुका ब्रह्मपुत्र नदी का पानी, मंडराया अरुणाचल प्रदेश पर तबाही का खतरा
आपको बता दें कि हाल ही में भारत और चीन के बीच यारलुंग सांगपो नदी के पानी का डेटा साझा करने का करार हुआ था। कांग्रेस सांसद ने पत्र में लिखा है कि चीन यारलुंग सांगपो नदी की रुकावट पर करीबी नजर बनाए हुए है। यदि आगे की कोई सूचना आती है तो उसे हमे इसकी जानकारी देनी चाहिए और भारत सरकार को इस मामले में सक्रिय होकर उनसे बात करनी चाहिए।
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