नई दिल्ली: कुंभ में शामिल होकर कर्नाटक लौटने वाले श्रद्धालुओं को RTPCR टेस्ट करवाना होगा, हालांकि राज्य सरकार ने 1 मार्च को ही ये सर्कुलर जारी कर दिया था, लेकिन आज स्वास्थ्य विभाग ने फिर से इस सर्क्युलर को साझा किया है और कहा कि कोविड नियमों का पालन सख्ती से किया जाएगा। वहीं, आपको बता दें कि कुंभ मेले में पिछले तीन दिनों में कोरोना के 1200 से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
हरिद्वार के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. एसके झा ने बताया कि 10 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच तीन दिनों में 1278 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए जबकि 13 और 14 अप्रैल की रिपोर्ट आनी बाकी है। वहीं बुधवार को शाही स्नान में करीब 14 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई। मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि कोरोनावायरस संक्रमण के मददेनजर जिला स्वास्थ्य विभाग तथा मेले से जुडी अन्य एजेंसियों के माध्यम से प्रतिदिन लगभग पचास हजार जांच हो रही हैं।
कुंभ मेला पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंज्याल ने बताया कि मेला क्षेत्र की सीमाओं पर श्रद्धालुओं के कोविड प्रमाणपत्रों की सघन जांच हो रही हैं। उन्होंने कि प्रमाणपत्र न होने पर अब तक 56 हजार श्रद्धालुओं को सीमा से वापस लौटा दिया गया है। महाकुंभ शाही स्नान के दौरान भी आने जाने वाले लोगों को पुलिस के जवान मास्क बांटते और सावधानी बरतने की सलाह देते नजर आए। हर की पैडी तथा अन्य घाटों पर महाकुंभ मेला प्रशासन ने सैनिटाइजर की मशीनें लगाई थीं। प्रदेश में देश के अन्य हिस्सों की तरह कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ता जा रहा है। बुधवार को भी प्रदेश में कोविड-19 के 1953 नये मामले सामने आए जिनमें से 525 नए मरीज हरिद्वार में मिले। अखिल भारतीय अखाडा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि सहित 18 से अधिक संतों के कोरोना संक्रमित होने के बाद अन्य साधु संतों की भी कोविड जांच की जा रही है।
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