बेंगलुरु। कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) ने कबाड़ घोषित हो चुकी पुरानी बस को महिलाओं के शौचालय में तब्दील किया है। केएसआरटीसी के मुताबिक पूरी परियोजना पर 12 लाख रुपये का खर्च आया और यह राशि बेंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (बीआईएएल) ने निगम सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के तहत वहन की है।
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‘स्त्री टॉयलेट’ सरकारी परिवहन निगम और बीआईएएल की पहल है। पुरानी बस में कुल पांच शौचालय हैं जिनमें तीन भारतीय और दो पाश्चात्य शैली में बने हैं। इसके अलावा शौचालय में सैनिटेरी नैपकीन वेंडिंग मशीन और इस्तेमाल नैपकिन को नष्ट करने की मशीन भी लगी हुई है।
केएसआरटीसी ने एक बयान में कहा कि स्त्री टॉयलेट में बिजली की व्यवस्था सौर ऊर्जा से होती है। शौचालय में सौर संवेदी प्रकाश, वाश बेसिन, बच्चे को दूध पिलाने और नैपकिन बदलने का स्थान है।
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उप मुख्यमंत्री लक्षमण सावडी जिनके पास परिवहन विभाग का भी प्रभार है ने बृहस्पतिवार को इस सुविधा का उद्घाटन किया। यह स्त्री टॉयलेट बस बेंगलुरु के सेंट्रल बस स्टैंड पर खड़ी की जाएगी। उन्होंने कहा कि केएसआरटीसी कबाड़ हो चुकी बसों को शौचालय में तब्दील करने की संभावना पर विचार करेगा।
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