शिलॉन्ग: कोलकाता के पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार से चिटफंड घोटाले से संबंधित मामलों में CBI लगातार पूछताछ कर रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को उनसे तकरीबन 11 घंटे तक पूछताछ की गई। अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, राजीव को बुधवार को लगातार पांचवें दिन फिर से CBI के सवालों का सामना करना होगा। कुमार से शनिवार से पूछताछ की जा रही है और मंगलवार को करीब 11 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद वह रात करीब 09:45 बजे CBI के कार्यालय से बाहर निकले। कुमार सुबह 10:30 बजे से थोड़ी देर पहले यहां CBI कार्यालय पहुंचे थे।
इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि कुमार से सारदा घोटाले में सबूतों से कथित छेड़छाड़ में उनकी भूमिका को लेकर पूछताछ की जा रही है। अधिकारी ने बताया कि उन्हें बुधवार को फिर से पेश होने के लिए कहा गया है। दिन में नकाब पहने एक अज्ञात व्यक्ति को CBI कार्यालय में बुलाया गया। कुमार के परिसर से बाहर निकलने के कुछ देर बाद ही वह व्यक्ति भी बाहर निकलते देखा गया जिससे मीडियाकर्मियों में उसकी पहचान को लेकर जबर्दस्त अटकलबाजी शुरू हो गई। अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को हुई 11 घंटे की पूछताछ के दौरान सारदा चिट फंड घोटाले और रोज वैली घोटाले दोनों के जांच अधिकारी मौजूद थे।
कुमार से पिछले 2 दिनों में तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद कुणाल घोष के साथ पूछताछ की गई। पूर्व सांसद को सारदा घोटाले में 2013 में गिरफ्तार किया गया था और वह 2016 से जमानत पर हैं। CBI के एक अधिकारी ने बताया कि घोष से पूछताछ फिलहाल के लिए पूरी हो चुकी है और उन्हें कोलकाता लौटने की अनुमति दे दी गई। कोलकाता के पुलिस आयुक्त सारदा और रोज वैली चिटफंड घोटाले से संबंधित मामलों में सवालों का सामना कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कुमार को CBI के समक्ष पेश होने और जांच में पूरा सहयोग करने का निर्देश दिया था।
CBI तब शीर्ष अदालत पहुंची थी जब उसके अधिकारी 3 फरवरी को कुमार से पूछताछ करने उनके आधिकारिक आवास पहुंचे थे, लेकिन कोलकाता पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तब CBI के कदम के खिलाफ 3 दिन तक ‘संविधान बचाओ’ धरना दिया था।
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