कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 44वें अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले के दौरान रविवार को पुलिस ने कुछ वक्त के लिए विहिप के कार्यकर्ताओं को ‘हनुमान चालीसा’ बांटने से रोका, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया। रविवार को कोलकाता पुस्तक मेले का अंतिम दिन था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने धार्मिक किताब बांटने पर इसलिए ऐतराज जताया कि इससे आगुंतक भावावेश में आ सकते हैं जिससे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
बहरहाल, पुलिस ने बाद में अपना रुख नरम किया और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने किताब को बांटना फिर से शुरू कर दिया। विहिप सदस्य स्वरूप चटर्जी ने पीटीआई -भाषा से कहा, “ शुरू में तनाव था, लेकिन जब हमने जानना चाहा कि हनुमान चालीसा क्यों नहीं वितरित की जा सकती है, जबकि अन्य संगठन कुरान और बाइबिल बांट सकते हैं। इसके बाद पुलिस ने अपना रुख नरम किया और हमने पुस्तक बांटना जारी रखा।”
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि परिषद के स्टाल के पास विहिप के लोगों का कुछ अति-वाम छात्र कार्यकर्ताओं के साथ भी विवाद हुआ था। छात्रों के एक समूह ने सीएए के खिलाफ मेले के मैदान में रैली निकाली और भाजपा के खिलाफ और शनिवार को पांच प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने रैली को रोक दिया।
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