नई दिल्ली: बुराड़ी केस का खुलासा होने के सात दिन के बाद अब पुलिस ललित और उसकी पत्नी को मास्टरमाइंड मान रही है। पुलिस इस केस में जो चार्जशीट दाखिल करेगी उसमें भी इन दोनों को मास्टरमाइंड बताएंगी। पुलिस के मुताबिक ललित और टीना ने आखिर में खुदकुशी की। दोनों ने 9 सदस्यों को अपने सामने मरते देखा। इतना ही नहीं दोनों ने घर की मुखिया नारायणी देवी की भी खुदकुशी करने में मदद की।
30 जून की रातो को मौत का अनुष्ठान हुआ और उसकी अगली सुबह एक पड़ोसी ने जो देखा उससे सबके होश उड़ गए। मौत सबको दिख रही थी लेकिन इसकी वजह कोई नहीं जानता था और इस अंधेरे में जब पुलिस की तफ्तीश शुरू हुई तो ललित का एक अनदेखा चेहरा सबसे सामने आ गया। इन्ही सात दिनों में ललित की हैंडइटिंग वाले वो रजिस्टर भी मिले जिनके ज़रिए इस उलझन को सुलझाने का एक छोर मिलना शुरू हुआ..इन्ही रजिस्टरों ने सुराग देने शरू किए।
बड़ पूजा, पिता की आत्मा का आदेश और ज़िन्दगी बदल देने वाली इस पूजा के लिए रजिस्टर में ये भी लिखा था कि बड़ तपस्या में घबराना नहीं, चाहे धरती हिले या आकाश हिले, ये भ्रम पैदा करती है, ये तपस्या के लिए भी सहायक होगी। उतारने में सब एक दूसरे की सहायता कर सकते हैं। घबराहट कहीं भी हो तो नहीं होनी चाहिए। कान में रुई का बड़ा टुकड़ा डालो।
बुराड़ी केस में पुलिस के पास किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए लिमिटेड सुराग है उसके सामने कोई ऐसा शख्स अब तक नहीं आया है जो ये बता सके कि ये परिवार किस तरह की पूजा पाठ करता था। ठोस सुराग के मामले में जांच अभी भी वहीं है जहां पिछले रविवार को थी। पुलिस ने एक जुलाई से आठ जुलाई के बीच जो चीज़ें जुटाई हैं उससे मिस्ट्री के सुलझने का दावा किया जा रहा है। पुलिस के हाथ 10 ऐसे सबूत लगे हैं जिसकी पड़ताल ने मास सुसाइड के मोटिव को सामने ला दिया।
ये 10 सबूत हैं-
- 1. रजिस्टर
- 2. स्टूल
- 3. तार
- 4. डॉक्टर टेप
- 5. पूजा वाली चुन्नियां
- 6. पूजा की थाली
- 7. हवन सामग्री
- 8. सीसीटीवी
- 9. मोबाइल
- 10. 11 पाइप
इन 10 सबूतों ने गली नंबर 4 ए के इस घर में चल रहे रहस्य और मायाजाल का तिलिस्म पूरी तरह से तोड़ दिया। सबूतों से मास सुसाइड के मास्टरमाइंड का खुलासा हुआ और मौत के अनुष्ठान की प्रक्रिया सामने आई।
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