Kisan Tractor Rally के दौरान हुई हिंसा में घायल पुलिस कर्मियों से अमित शाह ने की मुलाकात
अमित शाह पहले राजधानी के सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर गए और फिर बाद में उन्होंने सिविल लाइन के तीरथराम शाह अस्पताल जाकर घायल पुलिस कर्मियों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।
नई दिल्ली. 26 जनवरी को दिल्ली में किसान संगठनों की ट्रैक्टर रैली की दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस के जवानों ने गृह मंत्री अमित शाह ने आज अस्पताल में मुलाकात की। गृह मंत्री अमित शाह पहले राजधानी के सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर गए और फिर बाद में उन्होंने सिविल लाइन के तीरथराम शाह अस्पताल जाकर घायल पुलिस कर्मियों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। शाह ने ट्वीट किया, "दिल्ली पुलिस के घायल कर्मियों से मिल रहा हूं। हमें उनके साहस और बहादुरी पर गर्व है।" केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और दिल्ली पुलिस आयुक्त एस एन श्रीवास्तव भी गृह मंत्री के साथ थे। शाह ने इस दौरान पुलिसकर्मियों से बातचीत की और चिकित्सकों से उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा की घटनाओं में करीब 400 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
पढ़ें- भारत-चीन संबंधों पर विदेश मंत्री एस. जशंकर का बड़ा बयान
पढ़ें- गुड न्यूज! उत्तर रेलवे चलाने वाला है नई ट्रेनें, जानिए रूट-टाइम सहित पूरी जानकारी
बुधवार को अमित शाह ने कानून-व्यवस्था की समीक्षा की
दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर परेड में हिंसा के एक दिन बाद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को सुरक्षा हालात और शहर में शांति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की। अधिकारियों ने बताया कि बैठक में केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और गृह मंत्रालय तथा दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा, हंगामे और तोड़-फोड़ आदि की पृष्ठभूमि में गृहमंत्री ने दिल्ली में कानून-व्यवस्था की समीक्षा की।
पढ़ें- इन जगहों पर बारिश और बर्फबारी की संभावना, मौसम विभाग ने जताया अनुमान
पढ़ें- Kisan Andolan: 35 से ज्यादा किसान नेताओं को दिल्ली पुलिस ने जारी किया लुक आउट नोटिस
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शांति सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी शाह को जानकारी दी गई। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि इसकी संभावना है कि पुलिस उन किसान नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करेगी जिन्होंने तय रास्ते पर शांतिपूर्ण तरीके से ट्रैक्टर परेड निकालने के समझौते पर पुलिस के साथ हस्ताक्षर किया था। केन्द्र सरकार ने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर दिल्ली पुलिस के सहयोग के लिए 4,500 अर्द्धसैनिक बल कर्मियों को पहले ही तैनात कर चुकी है। हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार को दिल्ली के कुछ हिस्सों में 12 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दी थी।
पढ़ें- Kisan Andolan: गाजीपुर सीमा से लगातार घर लौट रहे हैं प्रदर्शनकारी, रात को कट गई थी बिजली की सप्लाई
पढ़ें- दिल्ली NCR में छाया घना कोहरा, ठंड को लेकर IMD ने जताया ये अनुमान