नई दिल्ली। दिल्ली में नए कृषि कानूनों को लेकर जारी किसान आंदोलन में मरने वाले किसानों को लेकर पंजाब सरकार ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि मुझे रिपोर्ट मिली कि दिल्ली में तीन कृषि क़ानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान अब तक 76 किसानों का निधन हो चुका है। मैं घोषणा करता हूं कि इनमें से जो पंजाब से हैं उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी देंगे।
पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र द्वारा पास किए गए नए कृषि कानूनों को जल्दबाजी में पास करने पर भी सवाल उठाया। कैप्टन ने कहा कि क्या इस देश में एक संविधान है? कृषि अनुसूची 7 के तहत एक राज्य का विषय है। केंद्र ने संसद में चर्चा के बिना इसे क्यों बदल दिया? उन्होंने इसे लोकसभा में पारित कर दिया क्योंकि वे अधिक सदस्य थे। राज्यसभा में यह अराजकता में पारित किया गया क्योंकि उन्हें लगा कि चीजें गलत हो सकती हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और पांच-पांच लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। आज अपने फेसबुक लाइव कार्यक्रम आस्क द कैप्टन में मुख्यमंत्री ने यह एलान किया। कैप्टन ने आगे कहा कि इन तीनों कानूनों को लागू करके केंद्र सरकार मंडियों को तोड़ना चाहती है और एमएसपी सिस्टम को बंद करना चाहती है। पहले ही सिर्फ दो फसलों पर ही एमएसपी मिलता है। अगर इसे भी खुले बाजार के हवाले कर दिया तो इसका हाल मक्की समेत अन्य फसलों की तरह हो जाएगा।
सीएम अमरिंदर सिंह ने कहा कि शहीद किसान के एक पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। बता दें कि दिल्ली की सीमा पर किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। आज आंदोलन का 58वां दिन है। किसान संगठनों का कहना है कि इस दौरान कई किसानों की अलग-अलग कारणों से मौत हुई है।
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