'चिकन बिरयानी और ड्राई फ्रूट्स का मजा ले रहे हैं तथाकथित किसान, हो रही है बर्ड फ्लू फैलाने की साजिश'- BJP MLA
Kisan Andolan:किसान संगठनों के इस आंदोलन को 40 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के विधायक मदन दिलावर ने इस आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है।
नई दिल्ली. दिल्ली की सीमाओं पर चल रहा किसान आंदोलन लगातार जारी है। किसान संगठनों के इस आंदोलन को 40 दिन से ज्यादा का समय हो गया है। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के विधायक मदन दिलावर ने इस आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा, "कुछ तथाकथित किसान आंदोलन कर रहे हैं। ये तथाकथित किसान किसी भी आंदोलन में भाग नहीं ले रहे हैं लेकिन आराम के लिए चिकन बिरयानी और सूखे मेवों का आनंद ले रहे हैं। यह बर्ड फ्लू फैलाने की साजिश है।"
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भाजपा विधायक मदन दिलावर इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि उस आंदोलन में प्रदर्शनकारियों के बीच आतंकवादी, डकैत और चोर भी हो सकते हैं। वो किसानों के दुश्मन भी हो सकते हैं। ये सब लोग मिलकर देश को बर्बाद करना चाहते हैं। अगर सरकार ने इन प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन स्थल से नहीं हटाया तो बर्ड फ्लू एक बड़ी समस्या बन सकती है।
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व्हीलचेयर पर बैठा किसान भी सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल
‘व्हीलचेयर’ पर बैठे पंजाब के जालंधर निवासी 44 वर्षीय हरविंदर सिंह ने केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर डेरा डाले प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत की। सिंह पोलियो के कारण चलने-फिरने में असमर्थ हैं और इसलिए वह व्हीलचेयर के सहारे हैं। लेकिन उनकी यह शारीरिक अशक्तता इस आंदोलन में शामिल होने से उन्हें नहीं रोक सका और अपनी बीमार मां को गांव में छोड़ कर प्रदर्शन में शामिल हो गये। वह एक महीने से अधिक समय से इस प्रदर्शन स्थल पर डेरा डाले हुए हैं।
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उन्होंने कहा, ‘‘मैं पोलियो से उबरने की सारी उम्मीदें छोड़ सकता हूं लेकिन मैंने इस आंदोलन के सकारत्मक परिणाम आने की उम्मीद नहीं छोड़ी है।’’ यह पूछे जाने पर कि किस चीज ने उन्हें इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, सिंह ने कहा, ‘‘मैं एक किसान हूं और इसलिए यहां मौजूद होना मेरी जिम्मेदारी है। ’’ आंदोलन में शामिल होने के बाद से वह सिर्फ दो बार घर गये थे। एक बार वह अपनी बीमार मां से मिलने गये थे और दूसरी बार तब गये थे जब सिंघु बॉर्डर पर ठहरने के लिए उन्हें कुछ आवश्यक चीजें लाने की जरूरत थी।
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सिंघू बॉर्डर पर पंजाब के किसान ने की आत्महत्या: हरियाणा पुलिस
केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघू बॉर्डर पर प्रदर्शन में भाग ले रहे पंजाब के 40 वर्षीय एक किसान ने शनिवार शाम को कोई जहरीला पदार्थ खाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। सोनीपत के कुंडली पुलिस थाने में निरीक्षक रवि कुमार ने बताया कि किसान अमरिंदर सिंह पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिले का निवासी था। उसे सोनीपत के स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उल्लेखनीय है कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ देश के विभिन्न हिस्सों, खासकर पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले एक महीने से भी अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं।
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