सूरत। शुक्रवार को गुजरात के सूरत में एक चार मंजिला इमारत में आग लगने की वजह से एक कोचिंग क्लास के 22 बच्चों की मौत हो गई। इस हादसे में कुछ बच्चों की मौत इमारत से कूदने तो कुछ की दम घुटने की वजह से हुई। पुलिस ने इस मामले में कोचिंग सेंटर के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है।
जिस समय आग से बचने के लिए बच्चे इमारत से कूद रहे थे, उस समय घटना स्थल पर बड़ी संख्या में मौजूद लोग वीडियो बनाने में जुटे थे, लेकिन वहां मौजूद लोगों में एक युवा ऐसा भी था जिसने अपनी जान पर खेलकर कई बच्चों को मौत के मुंह निकाला।
8 बच्चों की जान बचाने वाले केतन केतन चोरवाडिया ने कहा कि कूदते हुए लड़के-लड़कियों को देखकर उनसे रहा नहीं गया और उन्होंने तुरंत सीढ़ियों की तलाश शुरू कर दी लेकिन वहां सीढ़ी नहीं थी, जिसके बाद केतन ऊपर से नीचे आए और वहां से एक सीढ़ी लेकर वापस गए।
हालांकि यह युवा इस बात से दुखी है कि संकट के समय में भी लोग वीडियो बनाने में जुटे थे। केतन ने कहा कि अगर लोग अपनी तरफ से थोड़ा-थोड़ा प्रयास करते तो फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक कई और मासूमों की जान बच सकती थी
सूरत में हुई इस घटना के बाद राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने दुख जताया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को वित्तीय सहायता का एलान किया है। इसके अलावा गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात के स्कूलों, कॉलेजों और कोचिंग सेंटर में आग से सुरक्षा को लेकर ऑडिट कराने का आदेश दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह आग त्रासदी से अत्यंत दुखी हैं। पीएम मोदी ट्वीट कर कहा, ‘‘मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। घायल जल्द स्वस्थ हों। गुजरात सरकार और स्थानीय अधिकारियों से प्रभावितों को हरसंभव मदद मुहैया कराने को कहा है।’’
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