केरल में लगातार दूसरे दिन 30 हजार से ज्यादा कोरोना केस, 162 लोगों की गई जान
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केवल उन्हीं मरीजों को गृह पृथक-वास में रहना चाहिए, जिनके पास पर्याप्त सुविधाएं हैं जबकि अन्य को कोविड देखभाल केंद्र का रुख करना चाहिए।
कोच्चि: देश के अधिकतर राज्यों मे जहां कोरोना वायरस का संक्रमण काबू में नजर आ रहा है वहीं केरल में यह बेकाबू रफ्तार से बढ़ता ही जा रही है। गुरुवार को केरल में लगातार दूसरे दिन 30 हजार से ज्यादा कोरोना मामले दर्ज किए गए हैं। केरल स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को राज्य में 30007 नए कोरोना मामले सामने आए हैं, बुधवार को केरल में 31445 कोरोना मामले दर्ज किए गए थे।
केरल में सिर्फ कोरोना मामले ही नहीं बढ़ रहे हैं बल्कि कोरोना की वजह से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है, गुरुवार को राज्य में कोरोना की वजह से 162 लोगों की जान गई है, बुधवार को 215 लोगों की मौत हुई थी। केरल स्वास्थ्य विभाग के अनुसार गुरुवार को राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण की दर 18 प्रतिशत से ऊपर दर्ज की गई है जो बुधवार को 19 प्रतिशत से ज्यादा थी।
इस बीच केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने घरों में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण के प्रति आगाह किया और लोगों से बचाव के लिए सरकार के निर्देशों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया। स्वास्थ्य विभाग के हालिया अध्ययन का हवाला देते हुए जॉर्ज ने कहा कि यह पाया गया कि राज्य में 35 फीसदी लोग घरों में ही संक्रमण की चपेट में आए।
उन्होंने एक बयान में कहा कि वर्तमान हालात यह है कि जब घर का एक सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित होता है तो अन्य सदस्यों में संक्रमण का प्रसार हो जाता है। मंत्री ने इस स्थिति के लिए गृह पृथक-वास के नियमों के उल्लंघन को जिम्मेदार ठहराया।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केवल उन्हीं मरीजों को गृह पृथक-वास में रहना चाहिए, जिनके पास पर्याप्त सुविधाएं हैं जबकि अन्य को कोविड देखभाल केंद्र का रुख करना चाहिए। जॉर्ज ने गृह पृथक-वास में रहने वाले लोगों को अपने कमरे से बाहर न निकलने की सलाह दी। साथ ही अन्य सभी सदस्यों को घर के अंदर संक्रमण के जोखिम से बचने के लिए मास्क पहनने की सलाह दी।
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