तिरुवनंतपुरम: केरल में मंगलवार को कोविड-19 से 156 मरीजों की मौत के बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 16,326 हो गई। राज्य में पिछले 24 घंटे में 22,129 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 33,05,245 हो गई। वहीं, जांच संक्रमण दर (टीपीआर) फिर से 12 फीसदी के पार हो गई। सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार 13,145 मरीजों के संक्रमण मुक्त होने के बाद राज्य में कुल स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 31,43,043 हो गई। राज्य में 1,45,371 मरीजों का उपचार चल रहा है।
विज्ञप्ति के अनुसार, राज्य के पांच जिलों में कोरोना संक्रमण के 2,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। सबसे ज्यादा 4,037 मामले मलाप्पुरम से सामने आए हैं। इसके बाद त्रिशूर में 2,623, कोझिकोड से 2,397 और एर्नाकुलम से 2,352 और पलक्कड़ से 2,115, कोल्लम से 1,914 और कोट्टायम से 1,136, तिरुवनंतपुरम से 1,100, कन्नूर से 1,072 और अलप्पुझा से 1,064 मामले सामने आए। विज्ञप्ति में बताया गया कि नए मरीजों में 116 स्वास्थ्यकर्मी हैं।
इस बीच केरल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि कोविड-19 से मरने वालों की वास्तविक संख्या और राज्य सरकार द्वारा जारी आंकड़े में भारी असमानता है। कांग्रेस नीत विपक्ष ने कोविड-19 मामलों की संख्या के बारे में सूचना का अधिकार कानून के तहत प्राप्त जवाब को साझा करते हुए आज यह मुद्दा उठाया।
राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष, वीडी सतीशन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''मौतों की संख्या के बारे में जानकारी मांगने के लिये 13 जुलाई को आरटीआई आवेदन किया गया था। 23 जुलाई को इसका जवाब आया था। इसमें कहा गया है कि 1 जनवरी, 2020 से इस साल 13 जुलाई तक, राज्य में कोविड -19 से 23,486 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, मुख्यमंत्री ने कल सदन को बताया कि केवल 16,170 मौतें हुईं।''
सतीशन ने कहा कि आरटीआई के जवाब में मिली जानाकरी और आधिकारिक आंकड़ों के बीच 7,316 मौतों का अंतर है, जिसका अर्थ है कि मौतों की वास्तविक संख्या और राज्य सरकार द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़े के बीच एक बड़ी असमानता है। सतीशन ने कहा, ''यह जानकारी आरटीआई अधिनियम के माध्यम से प्राप्त हुई । यह सूचना केरल मिशन ने दी है जो यहां केपीसीसी (केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के कार्यालय से काम नहीं करता बल्कि यह राज्य सरकार की एजेंसी है।''
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