श्रीनगर: कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि कठुआ सामूहिक बलात्कार एवं हत्या मामले की सुनवाई पठानकोट में कराने के उच्चतम न्यायालय के फैसले से राज्य पुलिस का मनोबल बढ़ेगा जिसने आठ वर्षीय पीड़िता के परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित कराने की खातिर ‘‘ कोई कसर नहीं ’’ छोड़ी है। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने कठुआ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले की सुनवाई पर लगी रोक आज हटाते हुये इस मामले को जम्मू कश्मीर से बाहर पंजाब के पठानकोट की अदालत में स्थानांतरित कर दिया।
महबूबा ने ट्विटर पर लिखा , ‘‘ मैं कठुआ मामले में उच्चतम न्यायालय के आज के फैसले का स्वागत करती हूं। इससे हमारे जम्मू - कश्मीर पुलिस का मनोबल बढ़ाने में मदद मिलेगी जिसने तमाम मुश्किलों के बावजूद यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी कि मृतक के परिवार को न्याय मिले। ’’ प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के नेतृत्व वाली खंडपीठ ने मामले की सुनवाई अदालत के बंद कमरे में तेजी के साथ दैनिक आधार पर करने का निर्देश दिया ताकि इसमे किसी प्रकार की देरी ना हो।
इस मामले में अब ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई में आगे सुनवाई होगी। न्यायालय ने यह भी कहा कि सुनवाई जम्मू - कश्मीर में मान्य रणबीर दंड संहिता के प्रावधानों के अनुरूप होगी। उच्चतम न्यायालय ने कहा कि सुनवाई निष्पक्ष होनी चाहिए। एक घुमंतू समुदाय की आठ वर्षीय बच्ची 10 जनवरी को कठुआ में एक गांव में अपने घर के पास से लापता हो गयी थी। एक सप्ताह बाद उसी इलाके में बच्ची का शव मिला था।
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