रसाना: कठुआ बलात्कार और हत्या मामले में कथित षड्यंत्रकारी के परिवार ने कहा है कि मामले की सीबीआई जांच में अगर वह दोषी पाया जाता है तो उसे सामूहिक रूप से फांसी की सजा दे दी जाए। परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रीय मीडिया की आलोचना की और कहा कि पत्रकार ‘‘ बिना जांच किए फैसले दे रहे हैं।’’ जम्मू - कश्मीर के कठुआ जिले में एक पेड़ के नीचे एकत्र हुए राम के परिवार के सदस्य ‘‘ किसी विश्वसनीय एजेंसी द्वारा निष्पक्ष जांच ’’ की मांग कर रहे हैं।
पिछले 15 दिनों से सीबीआई जांच की मांग को लेकर अनशन कर रहीं 16 महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुख्य आरोपी की एक बेटी ने कहा , ‘‘ मेरे पिता और भाई को दोषी पाए जाने पर फांसी पर लटका दिया जाना चाहिए बशर्ते जांच कोई विश्वसनीय एजेंसी करे। हम लड़की के लिए विश्वसनीय एजेंसी की जांच के माध्यम से न्याय चाहते हैं और इस तरह की जांच से ही सुनिश्चित हो सकता है कि हमारे पिता और भाई निर्दोष हैं। ’’
उसने कहा , ‘‘मीडिया को हमारा पक्ष भी सुनना चाहिए और अपराध शाखा की जांच पर हमारी आशंका को ध्यान में रखना चाहिए। आठ वर्षीय लड़की को न्याय दिलाने के लिए लिए सीबीआई जांच की मांग मीडिया ऐसे पेश कर रहा है जैसे हम अपराधियों का बचाव कर रहे हैं या जांच में बाधा डाल रहे हैं। यह गलत है। हमने हमेशा लड़की के लिए न्याय का पक्ष लिया है। ’’ उसने अपराध शाखा द्वारा जांच की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। .
उसकी छोटी बहन ने भी अपराध शाखा की जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि कैसे एक पिता अपने बेटे को एक नाबालिग लड़की का बलात्कार करने के लिए कहेगा जैसा की आरोपपत्र में दावा किया जा रहा है। उसने कहा कि इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है और राजनीतिक आरोप - प्रत्यारोप में उनकी आवाज दबाई जा रही है। पीड़िता का शव 17 जनवरी को रसाना गांव में पाया गया। इससे एक हफ्ते पहले वह घोड़ों को चराते वक्त लापता हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है।
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