बेंगलुरु: कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे के बीच कर्नाटक में कोरोना के क्लस्टर्स मिलने से सरकार की चिंता एक बार फिर बढ़ गई है। धारवाड़ में स्तिथ एक मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स में शुक्रवार तक कोरोना संक्रमण का आंकड़ा बढ़कर 281 हो गया। शुक्रवार को 99 और स्टूडेंट्स कोरोना पॉजिटिव पाए गए, कुछ दिन पहले इस कॉलेज में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ था जिसमें तकरीबन 600 लोगों ने हिस्सा लिया था। जिला प्रशासन का मानना है कि इतनी बढ़ी संख्या में कोरोना संक्रमण फैलने की वजह इस कार्यक्रम का आयोजन ही है।
हालांकि 281 स्टूडेंट्स में से सिर्फ 5 स्टूडेंट्स में ही कोरोना के लक्षण देखने को मिले हैं। शासन के लिए चिंता की बात ये भी है कि इन सभी स्टूडेंट्स को कोरोना के दोनों डोज़ लग गए थे। कोरोना संक्रमित पाए गए सभी छात्र MBBS प्रथम वर्ष के छात्र बताए जा रहे हैं और वो अन्य राज्यों से संबंध रखते हैं। अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही कोरोना से संबंधित जानकारी मिली कॉलेज हॉस्टल को कंटेनमेंट जोन घोषित कर चुकी है।
इसी तरह बेंगलुरु के पास एक निजी नर्सिंग कॉलेज में भी 12 स्टूडेंट्स कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, शुक्रवार को इस बात का पता चलते ही इस कॉलेज को फिलहाल बन्द कर दिया गया है, कॉलेज में पढ़ने वाले दूसरे स्टूडेंट्स और स्टाफ के सेम्पल्स लिए गए हैं। चिंता में डालने वाली खबर बेंगलुरू के पास डोम्म्सन्दरा में स्तिथ एक इंटरनेशनल बोर्डिंग स्कूल से भी आई है। यहां 18 साल की उम्र से कम उम्र के 33 छात्र कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनके अलावा एक स्कूल स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक ये सभी बच्चे 9वीं से 12वीं क्लास में पढ़ते हैं, और स्कूल परिसर में ही रहते हैं। जांच के दौरान इस बात का पता चला कि इनमें में 2 बच्चे महादेवपुरा में स्तिथ अपने घर से स्कूल आते थे। बुधवार को इन्होंने जुखाम-बुखार की शिकायत की। टेस्ट करने पर दोनों कोरोना पॉजिटिव निकले जिसके बाद बाकी बच्चों और स्टाफ का भी कोरोना टेस्ट किया गया। स्वास्थ्य अधिकारियों को लगता है कि इन दोनों स्टूडेंट्स की वजह से ही ये संक्रमण बाकी बच्चों में फैला है।
सभी बच्चों को आइसोलेशन में रखा गया है। इनके सभी प्राइमरी और सेकेंडरी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम किया जा रहा है। इन सभी शिक्षण संस्थानों को अगले निर्देश तक बंद रखने के फैसला किया गया है।
Latest India News