अब दक्षिण भारत पर बाढ़ का कहर, कर्नाटक-केरल मेंखतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं प्रमुख नदियां
उत्तर भारत में पिछले कुछ महीनों में कहर बरपाने के अब लौटते मानसून का प्रकोप दक्षिण भारत पर दिखाई दे रहा है।
उत्तर भारत में पिछले कुछ महीनों में कहर बरपाने के अब लौटते मानसून का प्रकोप दक्षिण भारत पर दिखाई दे रहा है। तमिनलाडु, केरल, कर्नाटक और आंध्रप्रदेश के कई इलाकों में बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं। जिसके चलते कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। इसके अलावा आज भारी बारिश की भविष्यवाणी के चलते तमिलनाडु के रामनाथ पुरम में सभी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है।
फ्लड फोरकास्ट मॉनीटरिंग डायरेक्टरेट के अनुसार केरल पथनमथिट्टा जिले के थुंपामन स्थित पंबा नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर लिया है। वहीं त्रिचूर जिले में पलकादावू में कावेरी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। यही हाल कर्नाटक का भी है। यहां बेलगाम जिले में गोकक फॉल्स में घटप्रभा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। वहीं धारवाड़ के नवलगुंड में कृष्णा नदी भी ऊफान पर है।
कर्नाटक में नदियों ने मचाई भारी तबाही
कर्नाटक और महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते कई नदियां उफान पर हैं। खासकर, उत्तरी कर्नाटक और चिकमगलुरु में हालात काफी खराब हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि बीते कुछ दिनों में उत्तरी कर्नाटक में भारी बारिश ने तबाही मचाई हुई है। इस वजह से कई नदियां, छोटी नदियां और नाले उफान पर हैं, जिससे इस साल अगस्त में आई बाढ़ की यादें ताज़ा हो गई हैं। राज्य के कई प्रभावित जिलों में पानी निचले इलाकों में स्थित घरों और स्कूलों बैंकों समेत सरकारी इमारतों में घुस गया है। बेलगावी दो महीने पहले आई बाढ़ से अब तक उभर भी नहीं पाया था कि एक बार फिर भारी बारिश होने लगी है। कर्नाटक राष्ट्रीय प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के निदेशक जीएस श्रीनिवास रेड्डी ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों में कृष्णा और उसकी सहायक नदियों में बारिश का पानी तेजी से बढ़ सकता है।