कृषि कानूनों (Farm Laws) के विरोध की आग अब दक्षिण भारत (South India) में भी फैलाने की कोशिशें शुरु हो गई हैं। बेंगलुरू (Bangaluru) में एक विशाल विरोध रैली आयोजित की जा रही है। इसके लिए प्रदेश के विभिन्न जिलों से किसानों को रैली में शामिल होने के लिए बुलाया जा रहा है। वहीं कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए सरकार अलर्ट पर है। पुलिस किसानों को रोकने के लिए प्रबंध कर रही है। इस बीच कर्नाटक में कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने एक भड़काऊ बयान दे दिया है। डीके शिवकुमार ने कहा कि मुझे कई फोन आए कि अन्य जिलों से बेंगलुरु आने वाले किसानों को पुलिस द्वारा रोका जा रहा है और उन्हें बेंगलुरु आने की अनुमति नहीं दी जा रही है। मैं किसानों से आग्रह करता हूं कि वे जहां भी हों, वहीं रुक जाएं और हाइवे को जाम कर दें और किसानों के समर्थन में विरोध करें।
डीके शिवकुमार ने कहा कि मुझे पता है कि भाजपा सरकार किसानों को किसी भी कीमत पर रोकने की कोशिश कर रही है और उन्हें विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं लेने दे रही है। मैं प्रदर्शनकारियों से सांगोली रायना प्रतिमा पर आने और भारी विरोध रैली में भाग लेने का अनुरोध करता हूं।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में कृषि कानूनों पर हुई सुनवाई में सरकार ने दलील दी थी कि कानून का विरोध सिर्फ उत्तर भारत खासतौर पर पंजाब और हरियाणा में हो रहा है। दक्षिण भारत समेज किसी भी अन्य राज्य से किसानों के संगठित विरोध की कोई घटना सामने नहीं आई है। इसके बाद से राजनीतिक दल दक्षिण भारत में भी कृषि कानूनों के विरोध को लेकर ज्यादा संजीदगी से प्रयास कर रहे हैं।
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