केंद्र ने राफेल सौदे में किया सुप्रीम कोर्ट को गुमराह, अटॉर्नी जनरल को तलब करे लोक लेखा समिति: सिब्बल
सुप्रीम कोर्ट द्वारा राफेल सौदे पर दिए गए फैसले में सरकार पर न्यायालय को धोखे में रखने का आरोप लगाया है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा राफेल सौदे पर दिए गए फैसले में सरकार पर न्यायालय को धोखे में रखने का आरोप लगाया है। नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बालते हुए कपिल सिब्बल कहा कि कोर्ट के निर्णय में कुछ ऐसे तथ्य है जो शायद सरकार के हलफ़नामे की वजह से आये है। इसमें कई तथ्यात्मक गलतियां हैं जिसके लिए सरकार जिम्मेदार है कोर्ट नहीं। इसके साथ ही सिब्बल ने केंद्र सरकार पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि ये नालायक सरकार है जो अपने हलफ़नामे भी नहीं पढ़ती है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि कोर्ट ने कीमत को लेकर कुछ नहीं बोला है फिर ये कैसे कहते है कि उन्हें क्लीन चिट मिल गयी है। इन्हें दस्तावेज पढ़ने की आदत नहीं है।
सिब्बल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब मैं सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट पढ़ रहा था तो ऐसा लगा कि हरेक पैराग्राफ में प्रेस रिलीज और सरकार के एफिडेविट को आधार दिया गया है। ये बहुत ही संगीन आरोप है। अटॉर्नी जनरल को लोक लेखा समिति (पीएसी) के सामने पेश किया जाना चाहिए। मुझे उम्मीद है कि पीएएसी उन्हें बुलाएगी। फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद ने अपने बयान को कभी वापस नही लिया तो फिर सुप्रीम कोर्ट के फैसले में ये कैसे कहा गया है। सिब्बल ने भाजपा के पुराने आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि आप लोगों को मालूम है कि 2जी और कोल में क्या हुआ। उन्होंने आरोप लगाए वो फिक्शन साबित हुए। हमने आरोप लगाया है और इसे हम साबित कर देंगे।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिब्बल जहां एक के बाद एक सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कमियां बताईं। लेकिन साथ ही वो कह रहे है कि ये सब ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकार ने कोर्ट को गुमराह किया है।उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट की आलोचना नही कर रहा हूँ बल्कि सरकार के नाकामी को सामने रख रहा हूँ।
रिलायंस पर हमला
कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के उस हिस्से को पढ़ा जिसमे कोर्ट ने कहा है कि ये सच है कि रिलायंस कंपनी डिफेंस सेक्टर में नई आयी है लेकिन प्रेस रिलीज से साबित होता है कि डसॉल्ट और रिलायंस 2012 से साथ थे। उन्होंने कहा कि 2005 से ही अम्बानी बधुओं में बंटवारा हो गया था और अनिल अंबानी की कंपनी 28 मार्च 2015 में गठित हुई और रिलायंस ऐरोस्पेस 24 अप्रैल 2015 को। ये सब कैसे हो सकता है।
शाह को देंगे दूरबीन
हाल में विधानसभा चुनावों में से जुड़े सवाल के जवाब में सिब्बल ने अमित शाह पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वो शाह को दूरबीन भेंट करेंगे। जिन्होंने चुनाव से पहले कहा था कि दूरबीन से कांग्रेस दिखाई नही देगी। कपिल सिब्बल ने अरुण जेटली, अमित शाह और निर्मला सीतारमण के पर भी हमला बोला है।