भोपाल: राजनीतिक अखाड़े में भले ही भाजपा और कांग्रेस के नेता एक-दूसरे के खिलाफ नजर आते हों लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर सियासत से परे सादगी की एक अलग तस्वीर नजर आई। ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और उमा भारती गले मिले। ये कोई प्लांड मुलाकात नहीं थी बल्कि तीनों नेता इत्तेफाक से ही रेलवे स्टेशन पर मिल गए थे।
दरअसल, जब पश्चिम बंगाल में भाजपा की डोर संभालने वाले कैलाश विजयवर्गीय और राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक शादी में शामिल होने के लिए भोपाल से ग्वालियर पहुंचे थे। तभी उन्हें उसी ट्रैन से ग्वालियर से दिल्ली जाने के लिए तैयार ज्योतिरादित्य सिंधिया दिखाई दिए। उमा भारती ने जैसे ही ज्योतिरादित्य सिंधिया को देखा, गले लगा लिया। उमा भारती ने सिंधिया को आशीर्वाद भी दिया।
इसी दौरान सामने से कैलाश विजयवर्गीय आए और फिर दोनों एक-दूसरे के गले लगे। यह राजनीति की एक अलग ही सद्भाव भरी तस्वीर है। ऐसी तस्वीरें कम ही देखने को मिलती हैं। क्योंकि, कई बार राजनीति में नेता एक-दूसरे के खिलाफ ऐसी बयानबाजी कर जाते हैं, जो कभी-कभी व्यक्तिगत भी हो जाती है। लेकिन, सियासत ऐसी ही होनी चाहिए जहां एक-दूसरे के साथ मतभेद के लिए तो जगह हो लेकिन मनभेद के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए।
रेलवे स्टेशन पर कैलाश विजयवर्गीय को देखकर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने 'देखो-देखो कौन आया, शेर आया' के नारे लगाते रहे वहीं दूसरे ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों ने 'महाराज जिंदाबाद' के नारे लगाए। फिर, कैलाश विजयवर्गीय और उमा भारती को रवाना करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
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