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Hindi News भारत राष्ट्रीय जे.पी. नड्डा ने हमें प्रोत्साहित किया और आश्वासन दिया कि सभी का सम्मान बनाए रखा जाएगा: ज्योतिरादित्य सिंधिया

जे.पी. नड्डा ने हमें प्रोत्साहित किया और आश्वासन दिया कि सभी का सम्मान बनाए रखा जाएगा: ज्योतिरादित्य सिंधिया

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारे 22 विधायक आज पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आशीर्वाद से भाजपा में शामिल हुए हैं। सभी को टिकट मिलेगा। उन्होंने हमें प्रोत्साहित किया और आश्वासन दिया कि सभी का सम्मान बनाए रखा जाएगा।

JP Nadda encouraged us and assured that everyone's honour will be maintained: Jyotiraditya Scindia- India TV Hindi Image Source : FILE JP Nadda encouraged us and assured that everyone's honour will be maintained: Jyotiraditya Scindia

नई दिल्ली: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के बागी विधायकों के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर कहा कि हमारे 22 विधायक आज पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के आशीर्वाद से भाजपा में शामिल हुए हैं। सभी को टिकट मिलेगा। उन्होंने हमें प्रोत्साहित किया और आश्वासन दिया कि सभी का सम्मान बनाए रखा जाएगा। कांग्रेस के बागी 22 पूर्व विधायकों ने दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली है। भाजपा अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने इन विधायकों को यहां अपने निवास पर पार्टी की सदस्यता दिलवाई। इस मौके पर भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, विनय सहस्त्रबुद्धे और धर्मेद्र प्रधान भी मौजूद रहे। इससे पहले ये सभी 21 पूर्व विधायक शनिवार शाम एक विशेष चार्टर्ड विमान से दिल्ली पहुंचे।

सूत्रों के मुताबिक, ये पूर्व विधायक शनिवार देर शाम तक भोपाल पहुंच जाएंगे। माना जा रहा है कि सोमवार को ये पूर्व विधायक भाजपा की विधायक दल की बैठक में शिरकत करेंगे।इन्हीं 21 विधायकों के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी। बाद में जरूरी संख्या बल नहीं जुटा पाने की वजह से शुक्रवार को कमलनाथ सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था।

दिल्ली पहुंचे इन पूर्व विधायकों में 18 सिंधिया समर्थक हैं। जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है, उनमें 16 विधायक ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से हैं। सिंधिया भी इसी क्षेत्र से आते हैं। सिंधिया का इस क्षेत्र में खासा प्रभाव माना जाता है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कुल 22 विधायकों के इस्तीफे और दो विधायकों के निधन से प्रदेश की 24 विधानसभा सीटों के लिए छह माह के अंदर उपचुनाव कराए जाएंगे। यानी अब इन 22 विधायकों का भविष्य उपचुनाव पर टिक गया है। संभवत: मई-जून में चुनाव आयोग उपचुनाव करा सकता है। उपचुनाव के नतीजे तय करेंगे कि नई सरकार बहुमत में रहेगी या नहीं।

भोपाल में शनिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक तय थी, लेकिन कोरोनावायरस के चलते बैठक 23 मार्च तक टाल दी गई। इसमें विधायक दल के नेता का चुनाव होगा। बैठक में पर्यवेक्षक के रूप में धर्मेंद्र प्रधान और प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे भोपाल जा सकते हैं। 25 मार्च को नवरात्र शुरू होने के साथ ही भाजपा सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है।

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