नई दिल्ली: एक बार फिर से एक जर्नलिस्ट की हत्या कर दी गई है। त्रिपुरा के एक स्थानीय टीवी चैनल में काम करने वाले एक युवा पत्रकार को पहले तो अगवा किया गया फिर चाकू से गोदकर उनकी हत्या कर दी गई। शांतनु भौमिक की हत्या के बाद से त्रिपुरा के मंडाई में हालात तनावपूर्ण हैं। पुलिस के मुताबिक, शांतनु भौमिक मंडाई में इन्डिजन्स पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा यानी IPFT के सड़क जाम और आंदोलन को कवर रहे थे। उसी दौरान शांतनु पर पीछे से हमला कर उन्हें अगवा कर लिया गया। बाद में शांतनु को गंभीर हालत में पाया गया। शांतनु के शरीर पर चाकू से हमले के गहरे निशान थे। उन्हें तुरंत अगरतला मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ये भी पढ़ें: ‘तीन दिन बाद यानी 23 सितम्बर को धरती से टकराएगा ग्रह, वो होगा विनाश का दिन’
शांतनु भौमिक क्षेत्रीय टीवी चैनल 'दिन रात' में रिपोर्टिंग करते थे। शांतनु की हत्या के बाद से मंडाई में हालात तनावपूर्ण हैं जिसको देखते हुए इलाके में धारा 144 लगाने के साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल भी भेजा जा रहा है। वहीं त्रिपुरा के स्वास्थ्य मंत्री बादल चौधरी ने पत्रकार की हत्या की निंदा करते हुए कहा है कि हम इसकी तहकीकात करेंगे और पुलिस के आला अधिकारियों को इस मामले में ठीक से काम करने को कहेंगे। पत्रकारों पर हमले कैसे हुए और क्यों हुए हैं इसकी जांच करनी होगी।
अगरतला में पत्रकारों ने शांतनु भौमिक की हत्या का विरोध किया और मुख्यमंत्री माणिक सरकार के घर के बाहर प्रदर्शन भी किया। अभी कन्नड पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की गुत्थी सुलझी भी नहीं है। ऐसे में देश के दूसरे कोने में एक और पत्रकार की हत्या कई सवाल खड़े कर रही है।
Latest India News