जेएनयू के अधिकतर छात्र नहीं विरोधियों के साथ, 65% छात्रों ने भर दी हॉस्टल फीस
फीस वृद्धि को लेकर पिछले कई महीनों से सड़क पर आंदोलन कर रहे जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र लगता है अब मान गए हैं।
फीस वृद्धि को लेकर पिछले कई महीनों से सड़क पर आंदोलन कर रहे जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र लगता है अब मान गए हैं। जेएनयू प्रशासन के अनुसार अब तक 65 प्रतिशत छात्रों ने होस्टल फीस जमा कर दी है। बता दें कि छात्रों ने होस्टल फीस नई दरों के हिसाब से अदा की है। जेएनयू प्रशासन के अनुसार जेएनयू में पढ़ने वाले 95 प्रतिशत डे स्कॉलर्स ने अपनी सेमेस्टर फीस भी अदा कर दी है। वहीं रजिस्ट्रेशन करवाने आए छात्रों की भारी भीड़ देखते
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर जगदीश कुमार ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि जेएनयू में करीब 8500 छात्र पढ़ाई करते हैं। जिसमें 6450 छात्र होस्टल सुविधाओं का लाभ उठाते हैं। वहीं शेष छात्र यहां पर डे स्कॉलर हैं। होस्टल में पढ़ने वाले छात्रों की बात करें तो इसमें से 65 प्रतिशत छात्रों ने नई होस्टल फीस अदा कर दी है। जहां तक डे स्कॉलर का सवाल है तो इनमें से 95 प्रतिशत छात्रों ने अपनी सेमेस्टर फीस अदा कर दी है। कुछ छात्र जो इस बीच अपने घर चले गए थे वे भी वापस आ रहे हैं।
छात्रों की भारी भीड़ के कारण बढ़ी रजिस्ट्रेशन की तारीख
जगदीश कुमार के अनुसार चूंकि विंटर सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख 15 जनवरी थी। इसी के चलते फीस काउंटर्स पर छात्रों की भारी भीड़ जमा रही। इसे देखते हुए रजिस्ट्रेशन की तारीख आखिरी बार 2 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। अब छात्र 17 जनवरी तक रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। छात्र इस तारीख के बाद भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी रूल्स के अनुसार उन्हें इसके लिए लेट फीस भी भरनी पड़ेगी।
सभी विभागों ने जारी किया टाइमटेबल
जेएनयू प्रशासन के अनुसार सभी स्कूलों और केंद्रों ने अपना टाइम टेबल घोषित कर दिया है और वे उन छात्रों की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं जो पिछला सेमेस्टर पास नहीं कर पाए हैं। उन्होंने कहा कि जेएनयू प्रशासन वह सभी कोशिशें कर रहा है जिससे कि छात्र अपनी पढ़ाई बदस्तूर जारी रख सकें।