लखनऊ. इंडिया टीवी के कार्यक्रम 'चुनाव मंच' में मौलाना महमूद मदनी ने 'जिहाद' के विषय को समझाते हुए कहा कि जिहाद तो हमारे ऊपर फर्ज है, हम कैसे कह सकते हैं कि जिहाद नहीं करेंगे। हम जिहाद करेंगे। जिहाद हमारी जिम्मेदारी है, हमारे फराइज में से है। आप इसको अच्छी तरह समझिए कि अगर अब्दुल हमीद और ब्रिगेडियर उस्मान अपनी जान दे रहे हैं तो ये उनका जिहाद है। इस मुल्क के लिए जान दे रहे हैं। मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि अगर मीडिया साथ दे तो लोगों को जिहाद का सही मकसद लोगों को समझाया सकता है। मुल्क में बसने वाले लोगों के साथ मिलकर के रहना है और उनके साथ मिलकर इस मुल्क को आगे बढ़ाना है।
'मुसलमान दबा हुआ महसूस कर रहा है'
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष महमूद मदनी ने कहा कि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में मुसलमान दबा हुआ महसूस कर रहा है, मुसलमान के ऊपर फिजिकल औऱ इमोशनल प्रहार हो रहे हैं। मुसलमान को इस दौर से निकालने की जिम्मेदारी सरकार की है। उन्होंने कहा कि मौजूदा पॉलिटिकल इस्टैब्लिशमेंट मुख्य मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए बात मुसलमानों पर लेकर आ जाती है और हर बात का कम्यूनल एंगल बना दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जो मुसलमानों के साथ होने का दावा करते हैं, वे भी मुसलमानों के साथ नहीं है।
'भारत न बने अमेरिका का पिछलग्गू'
तालिबान के सवाल पर मदनी ने कहा कि अगर तालिबान किसी जगह आए हैं तो उसके ऊपर भारत को और भारत के लोगों को ऐतराज करने का हक है, लेकिन आप एक बार उसको देखिए तो कि क्या हो रहा है, मुसलमानों से यह सवाल करेंगे। भारत का इस पूरे क्षेत्र में एक लीडिंग रोल निभाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अमेरिका जिसको अपना पिछलग्गू बनाता है, उसको अंत में छोड़कर चला जाता है। भारत को लीडिंग रोल निभाना है दुनिया में, क्या बाहर होकर करेंगे या अंदर होकर, आप अपने पड़ोसियों के साथ किस रवैये के साथ जिंदगी गुजारेंगे, सबसे जरूरी चीज है बेहतर रिश्ते।
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