नई दिल्ली: झारखंड के पाकुड़ जिले में 23 अगस्त को बकरीद के मौके पर कथित गोहत्या को रोकने की कोशिश करने पर ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 5 पुलिसकर्मियों समेत दर्जनभर लोग घायल हो गए। कथित गोहत्या और पाकिस्तान के समर्थन में लगे नारों के बाद पुलिस ने 9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 100 से ज्यादा लोग हिरासत में है। पुलिस के मुताबिक, डांगपाड़ा गांव में सार्वजनिक रूप से कुर्बानी दिए जाने की सूचना मिलने पर जब पुलिसबल घटनास्थल पर पहुंचा तो हिंसक झड़प हो गई। उन्होंने बताया कि भीड़ ने पाकिस्तान के झंडे लहराते हुए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
इलाके में तनाव के चलते कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही भारी पुलिसबल की तैनाती की गई है। झारखंड में 2015 में गोहत्या पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। राज्य सरकार ने 18 अगस्त को सभी जिलों के उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था कि बकरीद के अवसर पर गोहत्या ना हो। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बकरीद के मौके पर कुर्बानी के लिए यहां गाय लाई गई थी, जिसकी खबर मिलते ही पुलिस ने इन्हें अपने कब्ज़े में ले लिया। इससे विवाद भड़क उठा। स्थानीय लोगों ने पाकिस्तान के समर्थन में नारे लगाए जिसके बाद भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी।
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हिंसक भीड़ ने महेशपुर पुलिस स्टेशन पर भी हमला किया। घटना की जानकारी मिलते ही आस-पास के पुलिस थानों से फोर्स भेजी गई, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागे गए। इस घटना में 7 पुलिसकर्मी और 14 ग्रामीण जख्मी हो गए। पुलिस का कहना है कि निर्दोष को तंग नहीं किया जाएगा, लेकिन दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा।
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