रांची: झारखंड पुलिस ने गुरुवार को रांची के जेल रोड स्थित मदर टेरेसा की संस्था ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ की एक कर्मचारी और 2 ननों को बच्चों की तस्करी के आरोप में अरेस्ट किया है। इस कर्मचारी और दोनों ननों पर 4 बच्चों को बेचने का आरोप है। पुलिस ने बताया कि ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ के रांची स्थित अनाथालय ‘निर्मल हृदय’ में काम करने वाली ये ननें और कर्मचारी अंतरराज्यीय बच्चा तस्कर गिरोह से जुड़ी हैं और इन्होंने 3 बच्चों को झारखंड और एक बच्चे को उत्तर प्रदेश में बेचा है।
रांची के उपपुलिस अधीक्षक श्यामानंद मंडल ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया, ‘दोनों ननों के बारे में जानकारी मिली थी कि उन्होंने 3 बच्चे झारखंड और एक को उत्तर प्रदेश में बेचा है। इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।’ गिरफ्तार की गई महिलाओं में संस्था की संचालिका सिस्टर कोंसिलिया बाखला, सिस्टर मेरिडियन और कर्मचारी अनिमा शामिल हैं। बताया जा रहा है कि इनके ऊपर कम से कम आधा दर्जन बच्चों को बेचने का आरोप है। इस मामले में आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
ऐसे हुआ मामले का खुलासा: रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह मामला तब खुला जब उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित ओबरा के रहने वाले सौरभ अग्रवाल और प्रीति अग्रवाल ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) से संपर्क कर कहा कि उन्हें उनका बच्चा वापस नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बच्चे को 5 मई को 1.20 लाख रुपये में खरीदा गया था। बाद में जब CWC ने मामले की जांच की तो पाया कि बच्चा एक अविवाहित रेप पीड़िता का था और उसे इन तीनों आरोपियों ने मिलकर बेचा था।
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