रांची। दिल्ली स्थित निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होने वालों में झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे मोहम्मद तनवीर का नाम भी सामने आने से राज्य प्रशासन में हड़कंप मच गया है। हालांकि उन्होंने जमात के कार्यक्रम में शामिल होने से इनकार किया है। प्रशासन ने मंत्री के बेटे को पृथक केंद्र में भेज दिया है वहीं मंत्री और उनके परिवार को घर में पृथक रहने को कहा गया है।
दिल्ली के निजामुद्दीन में तबलीगी जमात के कार्यक्रम के बाद कोरोना से संक्रमितों की बढ़ती संख्या व मृतकों की सूचना ने पूरे देश में खलबली मचा दी है। इस कार्यक्रम में झारखंड के 36 लोगों के शामिल होने की पूरी जानकारी केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को सौंपी है, जिसका पुलिस सत्यापन करने के बाद इस बात की पुष्टि हुई। इस सूची में झारखंड सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बेटे मोहम्मद तनवीर का भी नाम शामिल है।
पुलिस मुख्यालय की विशेष शाखा से सूची मिलने के बाद देवघर पुलिस तनवीर के घर पहुंची और तनवीर को पृथक केंद्र में भेज दिया। उनके नमूने को जांच के लिए रिम्स में भेज दिया गया है। हालांकि पूछताछ में मोहम्मद तनवीर ने जमात में शामिल होने से इनकार किया है और दावा किया है कि 1993 में दिल्ली से शिक्षा पूरी करने के बाद वह कभी दिल्ली गए ही नहीं हैं। दूसरी तरफ मंत्री हाजी हुसैन असांरी व उनके पूरे परिवार को घर में ही पृथक रहने को कहा गया है। अधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि जमात में शामिल राज्य के सभी 36 लोगों का सत्यापन कार्य पूरा हो गया है।
तबलीगी जमात के कार्यक्रम से लौटे दो मौलाना, 11 धर्म प्रचारकों को पृथक केंद्र भेजा गया
झारखंड के चतरा जिले में पुलिस ने एक मस्जिद से दो मौलाना एवं प्रतापपुर थाना क्षेत्र के चन्द्री गोविंदपुर मदरसा से 11 मुस्लिम धर्म प्रचारकों को पृथक केंद्र भेज दिया। वहां पर उनकी जांच की जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वरुण रजक ने बताया कि दिल्ली में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में शामिल होकर झारखंड लौटे लोगों पर विशेष शाखा द्वारा जिलों को भेजी गई रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की गई।
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