झारखंड विधानसभा चुनाव: पहले चरण में किसका, कहां और क्या दांव पर लगा?
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 13 सीटों पर मतदान के लिए कुल 4,892 मतदान केंद्र लगाए गए।
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 13 विधानसभा सीटों पर कुल 189 प्रत्याशियों की किसमत दांव पर लगी है। इसके अलावा राजनीतिक दल के तौर भाजपा की शाख दांव पर है। क्योंकि, पहले चरण के चुनाव वाले क्षेत्र में भाजपा की अच्छी पकड़ मानी जाती है। इस बार भाजपा ने यहां 12 प्रत्याशी मैदान में हैं और एक सीट पर अपने समर्थन से उम्मीदवार को खड़ा किया है। वहीं, गठबंधन के तहत कांग्रेस के 6, जेएमएम 4 और आरजेडी के 3 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं जबकि, जेवीएम ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारा है।
किसका, कहां और क्या दांव पर लगा?
चतरा (एससी) : आरजेडी और बीजेपी के बीच टक्कर मानी जा रही है। आरजेडी ने यहां से पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता को मैदान में उतारा है तो वहीं बीजेपी से पूर्व विधायक जनार्दन पासवान को टिकट दिया। जबकि जेवीएम ने तिलेश्वर राम पर दांव खेला है। यहां पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में BJP उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
गुमला (एसटी) : बीजेपी ने यहां से अपने विधायक का टिकट काटा और नए प्रत्याशी मिशिर कुजूर मैदान में उतारा। जबकि, जेएमएम ने अपने पुराने प्रत्याशी को ही टिकट दिया और भूषण तिर्की चुनावी मैदान में उतारा। वहीं, जेवीएम से राजनील तिग्गा किस्मत आजमा रहे हैं। यहां पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में BJP उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
विष्णुपुर (एसटी) : बीजेपी और जेएमएम के बीच मुकाबला हो सकता है। बीजेपी की ओर से अशोक उरांव, जेएमएम के टिकट पर चमरा लिंडा और जेवीएम से महात्मा उरांव चुनावी मैजान में हैं। यहां पिछली बार जेएमएम ने जीत हासिल की थी। ऐसे में जेएमएम उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
लोहरदगा (एसटी) : इस सीट पर मुकाबला बहुत रोचक है। यहां कांग्रेस के मौजूदा और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चुनावी मैदान में हैं। दरअसर, कांग्रेस से रामेश्वर उरांव मैदान में हैं, जो कांग्रेस के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष हैं तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी से सुखदेव भगत हैं, जो कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए हैं और पूर्व में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे थे। वहीं, आजसू से नीरू शांति भगत किस्मत आजमा रहे हैं। यहां पिछली बार आजसू ने जीत हासिल की थी। ऐसे में आजसू उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
मनिका (एसटी) : बीजेपी ने यहां नए चेहरे पर दांव खेला है। अपने विधायक हरेकृष्ण सिंह का टिकट काटकर बीजेपी से रघुपाल सिंह पर भरोसा जताया है। वहीं, कांग्रेस से रामचंद्र सिंह किस्मत आजमा रहे हैं। जबकि, जेवीएम से राजपाल सिंह चुनावी मैदान में बाजी मारने की फिराक में हैं। यहां पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में BJP उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
लातेहार (एससी) : यहां दो पुराने चुनावी योद्धा भिड़ रहे हैं। हालांकि दोनों ने पार्टियां बल ली हैं। बीजेपी से प्रकाश राम, जेएमएम से बैद्यनाथ राम और जेवीएम से अमर कुमार भोक्ता चुनाव लड़ रहे हैं। यहां पिछली बार जेवीएम ने जीत हासिल की थी। ऐसे में जेवीएम उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
पांकी : यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है। पिछले विधानसभा चुनावों की तरह इस बार भी भाजपा के शशि भूषण मेहता और कांग्रेस के देवेंद्र सिंह आमने-सामने हैं। वहीं, जेवीएम से रुद्र कुमार शुक्ला चुनावी मैदान में है। यहां पिछली बार कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। ऐसे में कांग्रेस उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
डालटनगंज : बीजेपी ने आलोक चौरसिया, कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी और जेवीएम ने डॉ. राहुल अग्रवाल को उम्मीदवार बनाया है। बता दें कि पिछले चुनावों में भी आलोक चौरसिया और केएन त्रिपाठी चुनावी मैदान में थे। यहां पिछली बार जेवीएम ने जीत हासिल की थी। ऐसे में जेवीएम उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
विश्रामपुर : दो पुराने दिग्गजों के बीच मुकाबला है। बीजेपी के रामचंद्र चंद्रवंशी और कांग्रेस के चंद्रशेखर दुबे के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है। वहीं, जेवीएम से अंजू सिंह भी मैदान में हैं। यहां पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में BJP उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
छतरपुर (एससी) : बीजेपी से पुष्पा देवी, आजसू से राधाकृष्ण किशोर और जदयू से सुधा चौधरी चुनावी मैदान में हैं। यहां पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में BJP उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
हुसैनाबाद : यहां भाजपा ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है बल्कि निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन दिया है। वहीं, आजसू के टिकट पर पूर्व बसपा नेता और मौजूदा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता चुनावी मैदान में हैं। जबकि आरजेडी ने संजय सिंह यादव राजद और जेवीएम ने वीरेंद्र कुमार को उतारा है। यहां से कुशवाहा शिवपूजन मेहता की शाख दांव पर है।
गढ़वा : बीजेपी और जेएमएम ने अपने पुराने चेहरे पर भरोसा जताया। बीजेपी ने सत्येंद्र नाथ तिवारी, जेएमएम ने मिथिलेश कुमार यादव और जेवीएम ने सूरज प्रसाद गुप्ता को टिकट दिया। यहां पिछली बार भाजपा ने जीत हासिल की थी। ऐसे में BJP उम्मीदवार के सामने पार्टी के लिए जीत बरकरार रखने की चुनौती है।
भवनाथपुर : दो परंपरागत प्रतिद्वंदी भानु प्रताप शाही और अनंत प्रताप देव के बीच मुकाबाला है। बीजेपी से भानु प्रताप शाही, कांग्रेस से केपी यादव और एलजेपी से अनंत प्रताप देव मैदान में हैं। भानु प्रताप शाही ने पिछले चुनाव में जीत हासिल की थी हालांकि, उनकी पार्टी तब एनजेएसएम थी। अब उनके सामने भाजपा में आने के बाद भी जीत हासिल करने की चुनौती है।