मुंबई: यूनियन सूत्रों के अनुसार निजी क्षेत्र की जेट एयरवेज ने अपने जूनियर पायलटों से कंपनी में कम से कम पांच से सात साल कंपनी में नौकरी करने तथा एक करोड़ रुपये तक मूल्य का जमानती बांड भरने की शर्त रखी है।
सूत्रों के अनुसार कंपनी ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जबकि लागत में कटौती की पहल के तहत उसके अनेक जूनियर पायलटों को हर महीने 10 दिन अवकाश लेने को कहा गया है। इस कदम से उनके वेतन में 30 प्रतिशत तक कटौती होगी।
नेशनल एविएटर्स गिल्ड एनएजी के सूत्रों ने कहा कि बांड भरने की अनिवार्यता के बारे में जूनियर पायलटों को सूचित किया गया है।
सूत्रों ने कहा कि इन पायलटों से एक करोड़ रुपये मूल्य के जमानती बांड भरने को कहा गया है और यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जबकि कंपनी एकतरफा ढंग से उनके वेतन में कटौती का फैसला कर चुकी है।
वहीं यह पूछे जाने पर कि कंपनी ने प्रशिक्षु पायलटों को बांड भरने के लिए कहा है जेट एयरवेज के प्रवक्ता ने कहा, किसी नये बांड के लिए नहीं कहा गया है। यह तो तरीका है जिसे लागू किया जा रहा है।
एनएजी में सूत्रों ने कहा कि संगठन इस बारे में इस सप्ताह कंपनी प्रबंधन से मिलने पर विचार कर रहा है ताकि वेतन कटौती के प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया जा सके क्योंकि यह एकतरफा ढंग से किया गया है। जेट एयरवेज में कुल मिलाकर 200 से अधिक जूनियर पायलट हैं।
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