नई दिल्ली: अयोध्या विवाद को कोर्ट के बाहर सुलझाने की कोशिशें एक बार फिर से तेज हो गई है। बाबरी मस्जिद के मुद्दई हाजी महबूब ने चिट्टी लिखकर श्री-श्री रविशंकर को अपना समर्थन दिया है और साफ किया है कि वो राम मंदिर मसले का आउट ऑफ कोर्ट सेटलमेंट के पक्ष में हैं। हाजी महबूब की चिट्ठी के बाद श्री-श्री रविशंकर के प्रतिनिधि ने हाजी महबूब से मुलाकात की है। हालांकि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मामले के मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी इस फॉर्मूले के साथ खड़े नहीं दिखाई देते।
श्री श्री रविशंकर की तरफ से अयोध्या पहुंचे गौतम बिग ने भी बताया कि श्री श्री रविशंकर मानते हैं कि अगर राम मंदिर का मुद्दा आपसी सहमती से सुलझेगा तो किसी के दिल में कोई खटास नहीं रहेगी। फिलहाल ये कोशिश रंग लाएगी, इसकी उम्मीद कम ही नजर आ रही है। वजह है कि रविशंकर के इस फॉर्मूले को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मामले के मुख्य पक्षकार इकबाल अंसारी सिरे से खारिज कर दिया है।
इस बीच राम मंदिर के मुद्दे पर 25 नवंबर को अयोध्या में एक बड़ा संत सम्मेलन होने वाला है। इस सम्मेलन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। वीएचपी के नेता और कार्यकर्ता अयोध्या पहुंच गए हैं। उससे पहले ये बातचीत को कोशिश हो रही है। हलांकि विश्व हिंदू परिषद को ना इस बातचीत पर भरोसा है और ना ही सुप्रीम कोर्ट पर।
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