जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के तीन साल पूरे होने पर घाटी में रविवार को सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई। कश्मीर घाटी में अलगाववादियों द्वारा बुलायी हड़ताल के चलते अमरनाथ यात्रा एहतियात के तौर पर सोमवार को निलंबित कर दी गयी।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उनके अनुसार अब दक्षिण कश्मीर की 3880 ऊंची इस पवित्र गुफा के लिए यह वार्षिक तीर्थयात्रा मंगलवार को बहाल होगी। उन्होंने कहा कि घाटी में कानून व्यवस्था के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए अमरनाथ यात्रियों को यात्रा पर नहीं जाने दिया गया। सामान्यत: यात्री तड़के यहां भगवती नगर आधार शिविर से कश्मीर के लिए रवाना होते हैं।
घाटी में आतंकवाद के पोस्टर ब्वॉय वानी आठ जुलाई, 2016 को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘ आज दिन के लिए जम्मू से यात्रा स्थगित कर दी गयी है और मंगलवार को यह बहाल होगी।’’ यह यात्रा अनंतनाग जिले के पारंपरिक 36 किलोमीटर लंबे पहलगाम मार्ग और गंदेरबल जिले के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से चल रही है। रविवार रात तक 95,923 तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किये। इस यात्रा का समापन रक्षा बंधन के दिन 15 को होगा।
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